मोदी सरकार द्वारा किसानों को लेकर लाए गए बिल पर संघर्ष चल रहा है। भारतीय किसान यूनियन सहित विभिन्न किसान संगठनों ने आज देश भर में यातायात को अवरुद्ध करने की घोषणा की है। 31 संगठन इसमें शामिल हो रहे हैं। किसान संगठनों को कांग्रेस, राजद, समाजवादी पार्टी, अकाली दल, आप, टीएमसी सहित कई दलों का समर्थन मिला है।
इससे पहले, पंजाब में गुरुवार से तीन दिवसीय रेल स्टॉप अभियान शुरू हो गया है। किसान रेलवे ट्रैक पर फंस गए हैं और बिल को वापस लेने की मांग कर रहे हैं ।पंजाब के अमृतसर में किसान मजदूर संघर्ष समिति का रेल रोको अभियान चल रहा है। किसान पूरी रात रेलवे ट्रैक पर रहे और कृषि बिल का विरोध करते रहे। किसानों का कहना है कि हम 26 सितंबर तक रेल रोको अभियान चलाएंगे, उसके बाद भी अगर सरकार ने बिल वापस नहीं लिया तो हम आगे की रणनीति बनाएंगे।
कृषि बिल के विरोध में किसानों ने आज देशव्यापी बंद का आह्वान किया है। भारतीय किसान यूनियन सहित 31 संगठनों को इसमें शामिल किया जा रहा है। किसान संगठनों को कांग्रेस, राजद, समाजवादी पार्टी, अकाली दल, आप, टीएमसी सहित कई दलों का समर्थन मिला है। अलग-अलग पार्टियां जगह-जगह प्रदर्शन भी करेंगी।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि एमएसपी को किसानों से दूर किया जाएगा। उन्हें अनुबंध खेती के माध्यम से खरबों का गुलाम बनने के लिए मजबूर किया जाएगा। न तो कीमत और न ही सम्मान। किसान अपने ही खेत पर मजदूर बनेगा। भाजपा का कृषि बिल ईस्ट इंडिया कंपनी राज की याद दिलाता है। हम यह अन्याय नहीं होने देंगे।