Deepotsav 2023: इस बार पांच दिनों का दिवाली महापर्व 6 दिनों का होगा. धनतेरस दिवाली का पहला दिन माना जाता है. इसके बाद नरक चतुर्दशी फिर दीपावली, गोवर्धन पूजा और आखिरी में भैयादूज मनाया जाता है.Diwali 2023:
Dhanteras Remedies 2023: धनतेरस के दिन घर में धन-समृद्धि लाने के लिए भी कई तरह के उपाय किए जाते हैं. इसमें धनिया का उपाय बहुत लाभकारी माना जाता है. जानते हैं इस उपाय के बारे में.Dhanteras 2023 Upay: इस साल धनतेरस का
मकर संक्रांति पर सिर्फ उड़द
धन की देवी माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए धनतेरस पर विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है. इस दिन बर्तन, सोने, चांदी खरीदने की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है परंतु धनतेरस पर झाड़ू
दिवाली के अगले दिन ग्रहण होने से इस बार महापर्व के दौरान सूर्यग्रहण का साया रहेगा। दिवाली के अगले दिन ग्रहण होने से गोवर्धन पूजा दिवाली के तीसरे दिन मनाई जाएगी। 27 वर्षों बाद ग्रहण के कारण दि
Diwali 2022: हिंदू धर्म में दिवाली का बड़ा विशेष महत्व है. दीपावली को दीप उत्सव भी कहा जाता है. क्योंकि दीपावली का मतलब होता है दीपों की अवली यानि पंक्ति. इस बार दिवाली का त्योहार 2
धनतेरस हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे धन की देवी मां लक्ष्मी को समर्पित किया गया है. धनतेरस पर लोग बाजारों से घर का सामान के अलावा सोने, चांदी के सिक्के और माता लक्ष्मी की मूर्त
इस साल गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर 2022 को होगी. इस दिन गोवर्धन पर्वत, गोधन यानि गाय और भगवान श्री कृष्ण की पूजा का विशेष महत्व महत्व है. इसके साथ ही वरुण देव, इंद्र देव और अग्नि देव आदि देवताओं की पूज
Sharad Purnima 2022 Date: अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को रास पूर्णिमा या शरद पूर्णिमा कहा जाता है. शरद पूर्णिमा की रात्रि पर चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होता है. इस दिन चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं से पर
Navratri 2022 ghatsthapna abhijit muhurat: इस साल शारदीय नवरात्रि का त्योहार आज यानी 26 सितंबर 2022 से शुरू हो चुकी हैं और इसका समापन 5 अक्टूबर 2022 को होगा. जो लोग सुबह के शुभ मुहूर्त में घटस्थापना या कलश स्थापना नहीं कर पाए ह
नारायण, विष्णु, महेश्वर, राम, कृष्ण सभी एक तत्व के विभिन्न रूप हैं जो ब्रह्मशक्ति में ब्रह्म तत्व की पूजा करने में विश्वास करते हैं।
गणेश
Ganesh Chaturthi Shubh Yog :
Ganesh Chaturthi 2022: हिंदू धर्म में गणेश
रमजान के 30 दिन के पवित्र महीने के बाद ईद का त्योहार मनाया जाता है। ईद से एक दिन पहले सभी चांद रात के दिन ईद के चांद का दीदार करते हैं। सउदी अरेबिया में ईद के एक दिन बाद भारत में ईद म
कोरोना महामारी जब से भारत में आई है, इसने हर त्योहार को अपनी जद में ले लिया है। इसके आने के बाद से क्या मंदिर क्या मस्जिद, क्या गुरुद्वारा क्या चर्च सब सूने पड़े हैं। आज पूरे देश में
हिंदुस्तान : आज अक्षय तृतीया है। अक्षय तृतीया के दिन ही भगवान विष्णु के छठवें अवतार के रूप में
हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि और पुष्य नक्षत्र पर रामनवमी का त्योहार मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी तिथि पर भगवान विष्णु के सातवें
होली उत्सव 29 मार्च को है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा के दिन होलिका दहन करने के बाद अगले दिन होली उत्सव मनाया जाता है। रंगों का यह त्योहार अपने आप में निराला है। इस प
विश्वकर्मा एक महान ऋषि और ब्रह्मज्ञानी थे। ऋग्वेद में उनका उल्लेख मिलता है। कहते हैं कि उन्होंने ही देवताओं के घर, नगर, अस्त
भगवान सूर्य 14 जनवरी की सुबह 8 बजकर 16 मिनट पर धनु राशि की यात्रा समाप्त करके मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं, जहां ये पहले से विराजमान बुध, गुरु और शनि के साथ युति करेंगे। इस प्रकार चतुर्
पोंगलदक्षिण भारत के तमिलनाडु और केरल राज्य में मकर संक्रांति को ‘पोंगल’ के रुप में मनाया जाता है। पोंगल हिंदु धर्म के प्रमुख पर्वों में से एक है, इस पर्व को खासतौर से तमिल हिंदुओं द्वारा
मकर संक्रांति के दिन सूर्य उत्तरायण होता है और मकर राशि में प्रवेश करता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर
Chhath Puja 2020 Kharna : छठ पर्व का आज दूसरा दिन है। जिस तरह से छठ के पहले दिन नहाय-खाय का महत्व होता है। उसी तरह छठ के दूसरे दिन खरना का महत्व होता है। खरना कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि
हिंदू धर्म में, विजयादशमी को सिद्ध मुहूर्त के रूप में जाना जाता है। त्रेता युग में इसी दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र जी ने अहंकारी और अत्याचारी असुरेश्वर लंकापति र
शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व आज से शुरू हो गया है। मातृ शक्ति की आराधना का यह महापर्व 25 अक्टूबर तक चलेगा। नवरात्रि के पहले दिन, जहां अंतिम दिन घटस्थापना का विधान है, कन्या पूजन कर व
ओणम त्योहार दक्षिण भारत के राज्य केरल का प्रमुख त्योहार है। ओणम केरल में 10 दिनों तक चलने वाला त्योहार है। मलयालम कैलेंडर के अनुसार श्रावण नक्षत्र को थिरु ओनम के नाम से जाना जाता ह