संयुक्त राष्ट्र हर वर्ष 11 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय महिला वैज्ञानिक दिवस मनाता है। इसका मकसद महिलाओं और लड़कियों को स्टेम यानी विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) के क्षेत्र में लाने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस बार की थीम 'कोविड-19 के खिलाफ संघर्ष में अग्रणी महिला विज्ञानी' रखी गई है।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अनुसार, 2019-20 में 16.6 फीसदी महिलाएं देश में सीधे तौर पर शोध एवं विकास (आरएंडडी) से जुड़ी हैं। यह संख्या पुरुषों की तुलना में बेहद कम है। वहीं आईआईटी दिल्ली के सहयोग से वीमन आत्रप्रीन्योरशिप एवं इमपॉवरमेंट (डब्ल्यूईई) के तहत 170 स्टार्टअप के लिए महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। तकनीक के क्षेत्र में देश में इस तरह का यह पहला प्रयास है।