UP News: यूपी के CM योगी आदित्यनाथ ने एक ट्वीट करके यह स्पष्ट कहा था, कोई शोभायात्रा या धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाला जाए. अनुमति से पहले आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए. अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दी जाए, जो पारंपरिक हों, नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए.
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की सख्ती के बाद धार्मिक स्थलों पर लगे 17 हजार लाउडस्पीकरों की आवाज धीमी हो गई है. साथ ही 125 जगहों से ध्वनि यंत्रों को हटा भी दिया गया है. प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने यह जानकारी दी है. पुलिस अफसर ने कहा कि लाउडस्पीकर को लेकर राज्य में हाईकोर्ट के निर्देशों का पालन करवाया जा रहा है.
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के मुताबिक, प्रदेश में 125 जगह पर लाउडस्पीकर उतरवाए गए हैं. 17 हजार जगह पर लोगों ने खुद ही आवाज कम की है. अलविदा नमाज़ को लेकर सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है. शांति समिति की बैठकें हो रही हैं.
- 37 हजार धर्म गुरुओं से हुई बात
उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में लगभग 37 हजार 344 धर्म गुरुओं से वार्ता हो गई है. 31 हजार जगहों पर अलविदा की नमाज अदा की जाएगी. इसके अलावा 7500 ईदगाह और 20 हजार मस्जिदों में नमाज होगी. इसकी सुरक्षा के लिए 48 कंपनी पीएसी, 7 कंपनी केंद्रीय अर्धसैनिक बल तैनात किया गया है. संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त पुलिस फोर्स दिया गया है. सभी जिलों में जिले की फोर्स अलविदा की नमाज के वक्त पूरी तरह से तैनात रहेगी.
- श्री कृष्ण जन्मभूमि से हटाए गए लाउडस्पीकर
देश में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए हाल ही में श्री कृष्ण जन्मभूमि से लाउडस्पीकर हटा लिया गया था. इस मंदिर परिसर में स्थित भागवत भवन के शिखर पर लाउडस्पीकर लगे हैं. यहां हर दिन करीब एक से डेढ़ घंटे तक मंगलाचरण और विष्णु सहस्त्रनाम बजाए जाते थे. इससे ही दिन की शुरुआत होती थी. अब इसे रोक दिया गया है.
- गोरखनाथ मंदिर में आवाज धीमी
यही नहीं, गोरखनाथ मंदिर परिसर के लाउड स्पीकर की आवाज भी धीमी कर दी गई है. इसके अतिरिक्त, कानपुर, लखनऊ, नोएडा और अन्य शहरों में भी धार्मिक स्थलों पर लगे लाउड्स्पीकर या तो हटा लिए गए हैं या उनकी आवाज इतनी धीमी कर दी है कि वह परिसर के बाहर सुनाई न दे.
यह पहल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस निर्देश के बाद की गई, जिसमें उन्होंने कहा था कि सभी धार्मिक आयोजनों और धार्मिक स्थलों में शांति बनाए रखने के लिए बिना अनुमति के कोई भी जुलूस नहीं निकाला जाना चाहिए. साथ ही ऐसे आयोजनों और स्थलों में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल से दूसरों को असुविधा नहीं होनी चाहिए.