पूर्वी दिल्ली के मंडावली इलाके में एक ट्यूटर संदीप माथुर की अजब खुराफात सामने आई है। वह बच्चों का दिमाग तेज करने के नाम पर उन्हें नॉर्मल स्लाइन (एनएस) के इंजेक्शन लगा रहा था। एक छात्र के जरिये इसका खुलासा हुआ तो शनिवार को इलाके में हंगामा मच गया। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने पंडित चौक से संदीप को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एनएस के कई इंजेक्शन बरामद किए गए हैं।
पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में संदीप ने कहा है कि उसने यू-ट्यूब पर देखा था कि इस तरह के इंजेक्शन लगाने से बच्चों का दिमाग तेज होता है और उनकी हाइट भी बढ़ती है। मंडावली थाना पुलिस उससे इंजेक्शन लगाने के असली मकसद का पता करने में जुटी है। जिस समय पुलिस पहुंची, तब पंडित चौक पर भीड़ लगी थी। लोगों ने संदीप को पकड़ रखा था। बाद में उसे पुलिस को सौंप दिया गया। 9वी कक्षा के छात्र इमरान (बदला नाम) ने बताया कि संदीप उसके पड़ोस में काफी समय से रहता था। वह छठी से 9वीं कक्षा तक के बच्चों को मुफ्त ट्यूशन पढ़ाता है। एक दोस्त के कहने पर इमरान भी ट्यूशन पढ़ने जाने लगा।
इमरान के मुताबिक, संदीप के पास 40 से 50 बच्चे ट्यूशन पढ़ रहे थे। संदीप सभी बच्चों को दिमाग तेज करने की बात कहकर एक इंजेशन लगाता था। नए साल पर उसने सभी बच्चों को बाहर घुमाने ले जाने की बात कही। इमरान ने मना किया तो संदीप ने कह दिया कि जब उस पर विश्वास नहीं है तो ट्यूशन पढ़ने क्यों आता है। इसके बाद इमरान ने ट्यूशन जाना छोड़ दिया। दूसरी ओर, दोस्त इमरान पर ट्यूशन में आने और इंजेक्शन लगवाने का दबाव बना रहा था।
इसके बाद इमरान दोबारा ट्यूशन पढ़ने जाने लगा। दोस्त ने इंजेक्शन लगवाने का दबाव डाला तो उसने इसे घर ले जाकर लगवाने की बात कह दी। इमरान इंजेक्शन सिरिंज में भरवाकर घर ले आया। उसके पिता को यह बात पता चली तो उन्होंने मकान मालिक को खबर दी। शनिवार को सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने छानबीन के बाद संदीप को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। उसके घर से बरामद इंजेक्शन एफएसएल भेजे गए हैं। धाराएं जमानती होने के कारण उसे थाने से ही जमानत दे दी गई।
मूल रूप से बिहार निवासी संदीप ने पूछताछ में पुलिस के सामने दावा किया कि वह चाहता था कि गरीब बच्चे भी पढ़-लिखकर माता-पिता का नाम रोशन करें। उसने खुद पढ़ने के साथ बच्चों को मुफ्त पढ़ाने का फैसला किया। उसके पास आने वाले बच्चे गरीब और पढ़ाई में कमजोर थे। उसने यू-ट्यूब पर देखा था कि एनएस का इंजेक्शन लगाने से बच्चों का दिमाग तेज होता है और ग्रोथ भी अच्छी होती है। इसी वजह से वह बच्चों को इंजेक्शन लगा रहा था।
बच्चों को इंजेक्शन लगाने की खबर मिलते ही पूरे इलाके में अफवाह फैल गई और हंगामा शुरू हो गया। पंडित चौक पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। लोगों ने संदीप को पीटने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे छुड़ा लिया। लोगों का कहना था कि संदीप सभी बच्चों को मुफ्त में ट्यूशन क्यों पढ़ा रहा है? कहीं वह बच्चों के साथ कुछ गलत तो नहीं कर रहा था। छानबीन में पता चला है कि वह 10 से 12 बच्चों को इंजेक्शन लगा चुका है। कुछ लोगों का आरोप है कि वह नशे की लत लगाने के लिए बच्चों को इंजेक्शन लगा रहा था।