उत्तराखंड में आस्था के महाकुंभ के बीच अब कोरोना का कुंभ भी शुरू हो गया है। एक महीने के अंदर राज्य में कोरोना मरीजों के मिलने की रफ्तार में 8814% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बिगड़ते हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि फरवरी तक यहां हर दिन केवल 30-60 लोग कोरोना संक्रमित मिलते थे। अब ये संख्या बढ़कर 2,000 से 2,500 हो गई है। आंकड़ों का एनालिसिस किया जाए तो ऐसा लगता है कि ये अभी शुरुआत है। आने वाले दिनों में स्थितियां और भी भयावह हो सकती हैं।
इस बीच, गुरुवार को अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर कपिल देवदास (65) की मौत हो गई। महामंडलेश्वर कोविड जांच में संक्रमित पाए गए थे। उनको सांस लेने में तकलीफ थी। कई दिनों से तेज बुखार भी आ रहा था। वह कुंभ मेले में ही थे। 12 अप्रैल को महामंडलेश्वर का स्वास्थ्य अचानक बिगड़ गया था, जिसके बाद उन्हें देहरादून के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।