सरकारी एयरलाइंस एअर इंडिया के यात्रियों का डेटा लीक होने का मामला सामने आया है। खबर है कि इसके डेटा सेंटर पर साइबर सिक्योरिटी का हमला हुआ था और इसी के तहत डेटा चोरी हुआ है। यह हमला फरवरी में इसी साल हुआ था। एअर इंडिया ने अपनी वेबसाइट पर यह जानकारी दी है।
कंपनी ने बताया कि इस साइबर सिक्योरिटी हमले में यात्रियों की पर्सनल जानकारी चुराई गई है। इसमें करीब 45 लाख यात्रियों का डेटा चुराया गया है। इनमें देश और विदेश के यात्री शामिल हैं। कंपनी ने कहा कि यह पूरे वैश्विक लेवल पर उसके यात्रियों के साथ हुआ है। इसमें कहा गया है कि क्रेडिट कार्ड का भी डिटेल चोरी हुआ है।
यात्रियों को दी जानकारी
कंपनी ने प्रभावित यात्रियों को भेजी जानकारी में कहा है कि यह डेटा चोरी 26 अगस्त 2011 और 20 फरवरी 2021 को हुआ है। इस साइबर सिक्योरिटी अटैक में नाम, जन्मतिथि, कॉन्टैक्ट डिटेल्स, पासपोर्ट डिटेल्स, टिकट की जानकारी, स्टार अलायंस और एअर इंडिया फ्रीक्वेंट फ्लायर के डेटा चोरी हुए हैं। स्टार अलायंस वैश्विक कंपनी है जिसके साथ एअर इंडिया का टाईअप है। फ्रीक्वेंट फ्लायर का मतलब वे यात्री, जो हमेशा एअर इंडिया से यात्रा करते हैं।
क्रेडिट कार्ड का भी डेटा चोरी
हालांकि कंपनी ने यह भी कहा कि क्रेडिट कार्ड का डेटा चोरी हुआ है, पर इसमें सीवीवी या सीवीसी नंबर चोरी नहीं हुए हैं। सीवीवी नंबर कार्ड के पीछे 3 अंक में होता है, जिसे पेमेंट के लिए डालना जरूरी होता है।
कंपनी ने कहा कि यह डेटा चोरी SITA PSS से चोरी हुआ है जो डेटा प्रोसेसर का काम यात्रियों की सेवाओं के लिए करता है। यही डेटा की स्टोरिंग और प्रोसेसिंग के लिए जिम्मेदार होता है। कंपनी ने कहा कि उसे पहली बार इस मामले में 25 फरवरी 2021 को जानकारी दी गई। इसके बाद 25 मार्च और 5 अप्रैल 2021 को जानकारी दी गई।
घटना की जांच हो रही है
कंपनी ने कहा कि डेटा को सुरक्षित रखने के लिए डेटा सिक्योरिटी की घटनाओं की जांच की जा रही है। साथ ही एक्सटर्नल स्पेशलिस्ट को डेटा सिक्योरिटी घटना के लिए काम पर लगाया गया है। एअर इंडिया के एफएफपी प्रोग्राम का पासवर्ड भी बदला जा रहा है। एअर इंडिया ने कहा है कि उसने यात्रियों से भी यह कहा है कि वे अपने पासवर्ड को बदल दें, ताकि आगे डेटा सुरक्षित रहे।