Delhi Seemapuri IED News: दिल्ली के सीमापुरी इलाके में एक घर से मिले IED के मामले के तार गाजीपुर फूल मंडी के पास मिले IED से जुड़े होने का शक जताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक, सीमापुरी के जिस मकान में IED मिला है, वो मकान किराये पर दिया गया था.
- Delhi Seemapuri IED News
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुरुवार को एक घर से IED बरामद किया. इसमें करीब ढाई से तीन किलो विस्फोटक का इस्तेमाल होने की जानकारी सामने आई है. 5 हफ्ते में ये दिल्ली-एनसीआर में IED की दूसरी बड़ी रिकवरी है. इससे पहले 14 जनवरी को गाजीपुर फूल मंडी के गेट नंबर एक पर IED मिला था.
- विस्फोटक में अमोनियम नाइट्रेट और RDX होने का शक
NSG के सूत्रों ने बताया कि जो IED बरामद किया है, उसमें अमोनियम नाइट्रेट और RDX का मिक्स्चर होने का शक है. हालांकि, अभी फोरेंसिक लैब इसकी जांच कर रही है. ऐसा भी शक जताया जा रहा है कि पिछले महीने गाजीपुर में जो IED बरामद हुआ था और जो सीमापुरी में IED बरामद हुआ है, दोनों के पीछे एक ही व्यक्ति की साजिश हो सकती है.
मकान मालिक आसिम की मां ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके बेटे को हिरासत में ले लिया है, जबकि उसकी पत्नी ने कुछ महीने पहले दो लोगों को एक फ्लोर किराये पर दिया था, जहां से IED बरामद हुआ है.
- गाजीपुर और सीमापुरी मामले में कनेक्शन?
अधिकारियों के मुताबिक, गाजीपुर मामले की जांच के दौरान ही पुलिस को सीमापुरी इलाके में एक घर में विस्फोटक होने की सूचना मिली थी. इसके बाद स्पेशल सेल की टीम मौके पर पहुंची. NSG के अधिकारी और फोरेंसिक लैब की टीम भी साथ में थी.
अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी को बताया कि जब उनकी टीम घर में पहुंची तो वो खाली था. वहां एक बैग मिला, जिसके बाद NSG को बुलाया गया. अधिकारियों ने शक जताया है कि ओल्ड सीमापुरी से बरामद विस्फोटक उन्हीं ने बनाया हैं जिन्होंने पिछले महीने गाजीपुर में IED रखा था.
पुलिस के मुताबिक, जिस घर में IED मिला है उसके मालिक आसिम और प्रॉपर्टी डीलर शानू से पूछताछ की जा रही है. आसिम की मां का दावा है कि उसने कुछ लोगों को घर किराये पर दिया था और उनके बेटे का इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है.
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि जो IED बरामद किया गया है, उसमें मिलिट्री ग्रेड का RDX इस्तेमाल हुआ था. इसे सीमा पार से कलेक्ट किया गया था और राजस्थान, कश्मीर और पंजाब के रास्ते लाया गया था.
ये भी पता चला है कि इस तरह का IED माइनिंग के काम में इस्तेमाल किया जाता है और इस तरह के IED का इस्तेमाल सिर्फ सरकारें ही करती हैं. IED की बरामदगी में पाकिस्तान का कनेक्शन होने का भी पता चला है.
बताया जा रहा है कि 10 दिन पहले इस मकान में 3 और लड़के यहां रहने आ गए थे. पुलिस का कहना है कि जब वो मकान में पहुंची तो वो खाली था. संदिग्ध IED से भरा बैग वहीं छोड़कर भाग गए थे. संदिग्ध अभी भी फरार हैं.