वफादारी की अगर बात करें तो सबसे पहले नाम कुत्ते का आता है, बस यही वजह है कि लोग कुत्ता पालना पसन्द करते हैं। यह अधिकतर घरों में एक मेंबर की तरह देखा जा सकता है। कुत्ते और इंसानों की दोस्ती तो हमें कहानियों में भी खूब मिल जाती है। लेकिन अगर इसी दोस्ती को हम वास्तव में देखना चाहें तो आंध्र प्रदेश के सुंकरा जनाना प्रकाश राव के चर्चे सुर्खियों में मिलते हैं। ये अपने पालतू कुत्ते से इतना ज्यादा प्यार करते थे कि मृत्यु के बाद उसकी प्रतिमा तक बनवा दी। आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के अमपापुरम गांव में सुंकरा जनाना प्रकाश राव रहते हैं। यह अपने पालतू कुत्ते से इतना ज्यादा प्यार करते थे कि उसके मरने के बाद भी उसे भूल नहीं पाए और उसकी प्रतिमा बनवा दी। इतना ही नहीं उस प्रतिमा की पूजा-अर्चना करके उसे याद भी करते हैं। प्रकाश राव के कुत्ते की अगर बात करें तो वह 5 साल पहले ही उन्हें अलविदा कह कर चला गया था। यह उनके साथ लगभग 9 साल तक परिवार के सदस्य की तरह रहा है, कुत्ते के मरने के बाद भी परिवार और गांव वालों के दिलों में उसकी यादें हमेशा ताजा रहेगीं। करा जनाना प्रकाश राव ने बताया कि उन्होंने तय कर रखा था कि जब उनके कुत्ते की पांचवी डेथ एनिवर्सरी होगी तो उसके उपलक्ष्य में प्रतिमा को स्थापित करेंगे। इसके लिए उन्होनें एक बड़ा आयोजन भी रखा, जिसमें परिवार समेत पूरा गांव एकत्रित हुआ और बड़ी धूम-धाम के साथ कुत्ते की प्रतिमा स्थापित की गई।