गूगल ने इंटरनेशनल मनी ट्रांसफर सुविधा की शुरुआत की है। अब आप इसके जरिए एक देश से दूसरे देशों में भी पैसे भेज सकते हैं। हालांकि अभी यह सुविधा केवल अमेरिकी ग्राहकों के लिए है। पर इस साल के अंत तक दुनिया के 80 देशों में यह सुविधा शुरू की जाएगी।
वाइज और वेस्टर्न यूनियन मनी के साथ भागीदारी
गूगल ने इस अंतरराष्ट्रीय मनी ट्रांसफर के लिए रेमिटेंस फर्म यानी पैसे भेजने वाली कंपनी वाइज और वेस्टर्न यूनियन के साथ भागीदारी की है। इसके जरिए वह आपके पैसों को दूसरे देशों में भेजेगा। गूगल ने कहा कि अमेरिका में गूगल पे के ग्राहक अब गूगल पे ऐप के जरिए भारत और सिंगापुर में पैसे भेज सकते हैं। अमेरिका में काफी भारतीय रहते हैं और इसलिए वहां से इसकी शुरुआत की गई है।
भारत एक बड़ा बाजार है
आबादी के लिहाज से गूगल को भारत एक बड़ा बाजार मानता है। गूगल ने दुनिया के 470 अरब डॉलर के इस रेमिटेंस यानी पैसे भेजने के बाजार में टेक्नोलॉजी के जरिए एक बड़े हिस्से पर काबिज करने की योजना बना रहा है। यह अपनी फाइनेंशियल सेवाओं को बढ़ाना चाहता है। यह डिजिटल पेमेंट के सेक्टर में एक पैठ बनाना चाहता है।
लंदन की वाइज ने 2011 में इंटरनेशनल मनी ट्रांसफर की सुविधा शुरू की थी। यह सबसे सस्ती और आसान सुविधा है। हालांकि इस सेक्टर में वेस्टर्न यूनियन मनी अभी भी लीडर है। इसके पास फिजिकल लोकेशन का एक बड़ा ग्लोबल नेटवर्क है।
बड़े बाजार की तलाश में गूगल
गूगल पे के साथ इन दोनों की भागीदारी से एक बड़ा बाजार मिलेगा। गूगल पे के 40 देशों में 15 करोड़ ग्राहक हैं। कोरोना के कारण पूरी दुनिया में इस समय ऑन लाइन पेमेंट पर फोकस है। ग्राहक भी इसी सुविधा का उपयोग कर रहे हैं। विश्व बैंक के मुताबिक, हालांकि 2019 में प्रवासी लोगों द्वारा भेजे जाने वाले पैसों में 14 पर्सेंट की गिरावट दर्ज की गई थी। ऐसा इसलिए क्योंकि आर्थिक स्थितियां कमजोर थीं और जिन देशों में प्रवासी लोग रहते हैं, वहां उनके रोजगार में कमी आई थी।
ज्यादा देशों में पहुंचने की योजना
कोविड-19 के बाद भी लोग एक जगह से दूसरी जगह पर जा रहे हैं। गूगल के प्रोडक्ट मैनेजमेंट के डायरेक्टर जोश वुडवार्ड ने कहा कि हमारा लक्ष्य इस साल के लिए उन देशों तक पहुंचना है, जहां तक वेस्टर्न यूनियन और वाइज का नेटवर्क है और जहां तक वे हमें सपोर्ट कर सकते हैं। गूगल की इस नई रणनीति ने अन्य टेक कंपनियों को भी इस सेक्टर में उतरने के लिए एक आइडिया दे दिया है। यह एक तरह से सभी ग्राहकों के लिए वित्तीय जरूरतों का वन स्टॉप शॉप है।
चीन की कंपनी सहित कई कंपनियां हैं इस सेक्टर में
चीन के एंट ग्रुप, सेमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स, एपल इंक और पेपल होल्डिंग्स ने भी मोबाइल वैलेट की ऑफरिंग की है। इसके जरिए क्रॉसबॉर्डर पेमेंट की सेवाओं को ऑफर किया जा रहा है। गूगल पे का सीधे मुकाबला इस सेक्टर में पेटीएम और फोन पे से है। भारत में गूगल पे के 7 करोड़ ग्राहक हैं। इसने भारत में 3.5 साल पहले सेवा को शुरू किया था।