राजस्थान में 24 घंटे में रिकॉर्ड 10,000 मरीज मिलने के बाद सरकार ने आधी रात को पूरे प्रदेश में 15 दिन का लॉकडाउन लगा दिया है। 3 मई तक प्रदेश में जरूरी सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद रहेगा। आनन-फानन में लिए फैसले से कई लोगों के जरूरी काम अटक गए। क्योंकि सरकार ने शनिवार-रविवार का वीकेंड लॉकडाउन किया था। बगैर समय दिए ही इतना लंबा लॉकडाउन लगाने ने लोगों के सभी प्लान गड़बड़ा गए हैं। हालांकि, जरूरी सेवाओं और जरूरी सामान की आपूर्ति होती रहेगी।
नई गाइडलाइन के अनुसार खाने-पीने का सामान, दूध डेयरी, किराना सामान, मंडियां, फल-सब्जियां, डेयरी और पशुचारे से संबंधित रिटेल और होलसेल दुकानें शाम 5 बजे तक खुलेंगी। इन्हें होम डिलीवरी करने पर प्राथमिकता देनी होगी। विशेष परिस्थितियों में ही सामान दुकान से बेच सकेंगे।
फेरी लगाकर शाम 7 बजे तक ही फल-सब्जी बेच सकेंगे। पेट्रोल पंप रात 8 बजे तक ही खुलेंगे। सार्वजनिक परिवहन सेवाएं जारी रहेंगी। राशन की सरकारी दुकानें सातों दिन खुलेंगी। जरूरी सेवाओं से जुड़े विभागों को छोड़कर सभी सरकारी दफ्तर भी बंद रहेंगे। कारखानों, सभी तरह की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट में काम जारी रहेगा। गांवों में मनरेगा के काम जारी रहेंगे, नरेगा श्रमिकों को बराबर रोजगार मिलेगा।