हाथरस के चंपादा इलाके में बिटिया के साथ सामूहिक दुष्कर्म और मौत के मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) को 10 दिन का अतिरिक्त समय दिया गया है। इस बात की पुष्टि अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों के बाद, विशेष जांच दल (एसआईटी) को अपनी रिपोर्ट देने का समय 10 दिन बढ़ा दिया गया है।
भगवान स्वरूप के अलावा, एसआईटी में डीआईजी चंद्र प्रकाश द्वितीय और एसपी पूनम शामिल हैं। सूत्रों ने कहा कि अपनी जांच के दौरान, SIT ने 100 से अधिक लोगों के बयान बंद कर दिए। इसमें पीड़ित परिवार के अलावा आरोपी, पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के बयान शामिल हैं।
आपको बता दें कि हाथरस बलात्कार और मौत मामले की जांच के लिए एसआईटी को सात दिन का समय दिया गया था। जिसकी अवधि आज पूरी हो रही है। एसआईटी टीम ने जांच के लिए 10 और दिन मांगे थे, जिसे यूपी सरकार ने मंजूरी दे दी है।
प्राथमिक जांच पर कार्रवाई की गई है
एसआईटी ने दो दिनों के बाद ही अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट दी, जिसके आधार पर हाथरस के पुलिस अधीक्षक और पुलिस उपाधीक्षक सहित पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की भी सिफारिश की गई है। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में इस पूरे मामले में एक अलग सुनवाई शुरू हो गई है।