पिछले हफ्ते दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में पहली बार डे-नाइट टेस्ट खेला गया। भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया सीरीज का तीसरा टेस्ट महज दो दिन में समाप्त हो गया। गुलाबी गेंद से खेले गए मुकाबले में इंग्लैंड की टीम दोनों पारियों में मिलाकर सिर्फ 193 रन ही बना पाई। वहीं भारतीय टीम भी पहली पारी में 145 रन पर ढेर हो गई। बावजूद इसके टीम इंडिया ने मैच को दस विकेट से जीत लिया। लेकिन मैच खत्म होने के बाद इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटरों ने पिच को दोष देना शुरू कर दिया और उसकी जमकर आलोचना की।
पांच दिन का टेस्ट मैच सिर्फ दो दिन में खत्म होने पर दुनियाभर में सवाल उठने लगे और कई लोगों ने आईसीसी से इसपर कार्रवाई करने तक की बात भी कह डाली। हालांकि खुद इंग्लैंड की टीम ने इसकी कोई आधिकारिक शिकायत नहीं की। ऐसे में मोटेरा की पिच को आईसीसी से गंभीर सजा मिलने की संभावना नहीं है।
बीसीसीआई हालांकि तमाम आलोचनाओं को देखते हुए किसी भी तरह का जोखिम नहीं उठाना चाहती है और यही कारण है कि मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि चौथे टेस्ट में पिच थोड़ी अलग होगी। अंतिम टेस्ट की पिच के बल्लेबाजी के अनुकूल होने की संभावना है। कहा जा रहा है कि आखिरी टेस्ट में पिच पर लाल मिट्टी की जगह काली मिट्टी का इस्तेमाल किया जाएगा और पिच को थोड़ा ठोस रखा जाएगा जिससे उसमें उछाल रहे।