सपा सरंक्षक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का सोमवार को निधन हो गया. वे 82 साल के थे. मुलायम सिंह यादव को यूरिन संक्रमण, ब्लड प्रेशर की समस्या और सांस लेने में तकलीफ के चलते 2 अक्टूबर को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी तबीयत लगातार नाजुक बनी हुई थी.
मुलायम सिंह यादव के भर्ती होने के बाद से अस्पताल में नेताओं का मिलने सिलसिला लगातार जारी था. रविवार को नेताजी का हाल जानने के लिए रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया मेदांता अस्पताल पहुंचे. वहीं इससे पहले आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष और दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री पंडित सुनील भराला ने भी अस्पताल पहुंचकर अखिलेश यादव से की मुलाकात थी.
पीएम मोदी ने जाना था हाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से बातचीत कर मुलायम सिंह यादव के स्वास्थ्य की जानकारी ली. पीएम मोदी ने अखिलेश यादव को आश्वासन दिया था कि वे हर संभव मदद और सहायता देने के लिए मौजूद हैं. वहीं, राजनाथ सिंह मुलायम सिंह यादव का हालचाल जानने के लिए अस्पताल भी पहुंचे थे.
किसान परिवार में हुआ जन्म
मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को इटावा जिले के सैफई गांव में हुआ था. उनके पिता सुघर सिंह यादव एक किसान थे. मुलायम सिंह यादव मौजूदा वक्त में मुलायम सिंह मैनपुरी सीट से लोकसभा सांसद हैं. उत्तर प्रदेश की राजनीति हो देश की राजनीति, मुलायम सिंह यादव को प्रमुख नेताओं में गिना जाता हैं.वे तीन बार UP के सीएम रहे और वो केंद्र सरकार में रक्षा मंत्री भी रह चुके हैं. इसके अलावा मुलायम सिंह 8 बार विधायक और 7 बार लोकसभा सांसद भी चुने जा चुके हैं.
मुलायम सिंह यादव ने दो शादियां की थीं. उनकी पहली पत्नी, मालती देवी की मृत्यु मई 2003 में हुई, वह अखिलेश यादव की मां थी. मुलायम ने दूसरी शादी साधना गुप्ता से की. मुलायम सिंह और साधना के बेटे का नाम प्रतीक यादव है. हाल ही में साधना का निधन हो गया था.
5 दशक का राजनीतिक करियर
- 1967, 1974, 1977, 1985, 1989, 1991, 1993 और 1996- 8 बार विधायक रहे.
1977 उत्तर प्रदेश सरकार में सहकारी और पशुपालन मंत्री रहे. लोकदल उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष भी रहे. 1980 में जनता दल प्रदेश अध्यक्ष रहे. 1982 से 85 तक विधानपरिषद के सदस्य रहे.1985 से 1987 उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे. 1989 से लेके 91 तक वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे. 1996- सांसद बने. 1996-98- रक्षा मंत्री भी रहे. और 1998-99 में दोबारा सांसद चुने गए. 1999 में तीसरी बार सांसद बन कर लोकसभा पहुंचे और सदन में सपा के नेता बने. और 2004 में चौथी बार लोकसभा सांसद बने. 2007-2009 तक यूपी में विपक्ष के नेता रहे.मई 2009 में वो फिर से 5वीं बार और 2014 में 6वीं बार सांसद बने. 2019 से 7वीं बार सांसद थे