विजयवाड़ा. किसी और महिला से अवैध संबंध रखने वाले एक शख्स ने अपनी पत्नी से तलाक के किसी जायज बहाने की तलाश में एक ऐसा कदम उठाया है, जिसने आपसी संबंधों के आधार भरोसे को तार-तार कर दिया. विवाहेतर संबंध के जुनून में अंधा हो चुका आंध्र प्रदेश का ये शख्स अपनी गर्भवती पत्नी से तलाक चाहता था. इसके लिए उसने महिला को बहाने से एचआईवी वायरस से संक्रमित खून का इंजेक्शन लगवा दिया. बताया गया कि उसने कथित तौर पर आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में एक झोलाछाप डॉक्टर की मदद से एचआईवी संक्रमित खून का इंजेक्शन अपनी बीवी को लगवाया.
जब पत्नी ने इसकी शिकायत दर्ज कराई तो उसके बाद शुक्रवार को ताड़ेपल्ली पुलिस ने आरोपी एम. चरण (40 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार किए गए चरण ने एक झोलाछाप डॉक्टर की मदद ली और अपनी पत्नी को एचआईवी संक्रमित खून का इंजेक्शन लगवा दिया. पीड़ित महिला ने पुलिस को बताया कि चरण उसे तलाक देने के लिए किसी ‘उचित’ बहाने की तलाश कर रहा था. उसे एचआईवी वाले खून का इंजेक्शन देने की साजिश के तहत चरण उसे एक झोलाछाप डॉक्टर के पास ले गया. महिला ने कहा कि उससे कहा गया था कि ये इंजेक्शन गर्भावस्था के दौरान अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए लगाया गया था.
महिला ने कहा कि बाद में एक अस्पताल में स्वास्थ्य जांच के दौरान उसे पता चला कि वह एचआईवी पॉजिटिव है. उसने यह भी आरोप लगाया कि उसका पति उसे दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहा था और इस पर भी जोर दे रहा था कि वह एक लड़के को जन्म दे. दंपति की एक बेटी है. जबकि टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसके पति के विशाखापत्तनम की एक 21 वर्षीय महिला के साथ विवाहेतर संबंध थे. पीड़ित महिला ने दावा किया कि यही कारण है कि चरण उसे परेशान कर रहा था और उसे तलाक देने के लिए मजबूर कर रहा था. पुलिस ने चरण के खिलाफ कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद आगे की कार्रवाई करेगी.