एयरपोर्ट पर आने वाले सभी यात्रियों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य है.
चीन में कोरोना वायरस से मची तबाही को देखते हुए भारत भी अलर्ट मोड में आ गया है. सरकार की ओर से आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। इसके तहत आज से भारत में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए रैंडम कोविड टेस्ट अनिवार्य हो गया है.अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आने वाले कुछ यात्रियों की आज से रैंडम जांच की जाएगी. फ्लाइट के कुल यात्रियों में से 2 फीसदी का रैंडम टेस्ट भी किया जाएगा. कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए आज सुबह 10 बजे से अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के रैंडम टेस्ट का नियम लागू हो जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से नागरिक उड्डयन मंत्रालय को लिखे पत्र में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आने वाले यात्रियों में से 2 फीसदी का 24 दिसंबर से रैंडम कोरोना टेस्ट किया जाएगा. एयरलाइन कंपनी तय करेगी कि किन यात्रियों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा। अलग-अलग देशों से यात्रा करने वाले यात्रियों को भी टेस्ट में शामिल किया जाएगा।एडवाइजरी के मुताबिक इन यात्रियों के सैंपल लिए जाएंगे और इन्हें जाने दिया जाएगा। पत्र में कहा गया है कि अगर रेंडम टेस्ट के बाद कोई यात्री कोरोना से संक्रमित पाया जाता है तो उसका सैंपल जीनोमिक टेस्ट के लिए भेजा जाए.
दुनिया भर में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार को देखते हुए सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को लेकर कई अहम दिशा-निर्देश जारी किए हैं. सरकार की एडवाइजरी के मुताबिक एयरपोर्ट पर आने वाले सभी यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा गया है.इसके साथ ही एयरपोर्ट में प्रवेश करने पर वहां मौजूद स्वास्थ्य अधिकारी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग भी करेंगे. इस दौरान स्वास्थ्य अधिकारियों को यदि किसी यात्री में कोरोना के लक्षण मिलते हैं तो उसे प्रोटोकॉल के तहत चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने एयरपोर्ट पर आने वाले सभी यात्रियों को प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश दिया है.
विदेशी यात्रियों के लिए कोरोना को लेकर दिशा-निर्देश :
- 2 फीसदी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का रैंडम कोरोना टेस्ट होगा।
- केवल संबंधित एयरलाइंस यादृच्छिक परीक्षण के लिए यात्रियों का चयन करेंगी। इसमें ज्यादातर ऐसे यात्री शामिल होंगे जो अलग-अलग देशों से यात्रा करके लौटे हैं। इनके सैंपल लेने के बाद इन्हें एयरपोर्ट से बाहर जाने दिया जाएगा।
- जांच के दौरान अगर कोई यात्री कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसका सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा.
- प्रोटोकॉल के तहत कोरोना पॉजिटिव यात्रियों को आइसोलेट किया जाएगा।
- 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों को यादृच्छिक परीक्षण से छूट दी गई है।
- एडवाइजरी में सभी यात्रियों को अपना ख्याल रखने की हिदायत दी गई है। कोरोना के लक्षण दिखने पर इसकी सूचना नेशनल हेल्पलाइन नंबर 1075 पर देने को कहा है।