Cyclone Biparjoy Impact: जैसे-जैसे तूफान गुजरात के नजदीक आ रहा है, वैसे ही तटीय इलाकों में इसका असर दिखाई दे रहा है. गुजरात के मांडवी, द्वारका समेत विभिन्न इलाकों में बारिश का दौर जारी है. वहीं, गोमती घाट, द्वारकाधीश मंदिर, भड़केश्वर महादेव मंदिर, पोरबंदर में हाई टाइड की गतिविधियां देखी जा रही हैं. वहीं, मुंबई के मरीन बीच पर भी बिपरजॉय के असर से समंदर में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं.
गुजरात पर महातूफान बिपरजॉय का खतरा मंडरा रहा है, तूफान पल-पल करीब आता जा रहा है. आज शाम ये तूफान गुजरात के जखाऊ पोर्ट से टकराने वाला है. लेकिन इससे पहले ही मांडवी समेत गुजरात के कई इलाकों में बारिश का दौर और समंदर में हलचल जारी है. हाई टाइड के अलर्ट के साथ ही समंदर में तेज लहरें उठ रही हैं. मौसम विभाग की मानें तो ये तूफान काफी शक्तिशाली है और इससे भारी विनाश मच सकता है. तूफान की वजह से गुजरात के तटीय इलाकों में तेज हवाएं चल रही हैं, मूसलाधार बारिश हो रही है और समंदर में तेज उफान आ रहा है. द्वारका, अरावली, माडंवी और कच्छ के तटीय इलाकों से हाहाकारी तस्वीरें सामने आने लगी हैं. आइये जानते तूफान कहां तक आ गया है, किस दिशा में आगे बढ़ रहा है और इसकी रफ्तार कितनी होगी वाली है.
कहां होगा लैंडफॉल?
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, बिपरजॉय जखाऊ पोर्ट (गुजरात) के लगभग 170km WSW और देवभूमि द्वारका के 210km पश्चिम में है. इसे लेकर सौराष्ट्र और कच्छ में रेड अलर्ट जारी किया गया है. ये तूफान 15 जून की शाम तक जखाऊ बंदरगाह के पास मांडवी और कराची के बीच सौराष्ट्र और कच्छ और पाकिस्तान के आसपास के तटों से टकराएगा. इस समय लैंडफॉल के बाद ये धीमा हो जाएगा.
कितनी रहेगी स्पीड?
गुजरात के तटीय इलाकों में इस वक्त यानी दोपहर 2 बजे के करीब हवा की रफ्तार 60-70 किमी प्रति घंटे के आस-पास है. दावा है कि जब गुजरात के तटों से तूफान गुजरेगा और टकराएगा तब वेग 125 से 150 किमी प्रति घंटे तक होगा यानी 125 से 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और भारी से भारी बारिश होगी. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि लैंडफॉल से पहले ये तूफान कितनी तबाही मचा सकता है. तूफान बिपरजॉय गुजरात में मांडवी, जखाऊ पोर्ट और आगे कराची तक तक जाएगा.
इस राज्यों के मौसम पर असर
इसके साथ ही मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात और महाराष्ट्र समेत 9 राज्यों पर महातूफान खौफ बनकर मंडरा रहा है. ये 9 राज्य लक्षद्वीप, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और राजस्थान (पश्चिमी) हैं. कुछ राज्यों में तेज हवाएं और बारिश की गतिविधियां शुरू हो गई हैं. वहीं कई राज्यों में मौसम बदल गया है. राजस्थान में इसका असर 17 जून तक देखने को मिल सकता है.