झारखंड रोपवे हादसे में 40 घंटे से कई जिंदगियां हवा में अटकी हुई हैं. कल रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान वायुसेना के हेलीकॉप्टर को पकड़ने की कोशिश के दौरान गिरने से एक युवक की मौत हो गई, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है.
झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे के लगभग 40 घंटे बीत जाने के बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा नहीं हो सका है. अभी 10 लोग रोपवे की ट्रॉलियों में हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान वायुसेना के हेलीकॉप्टर को पकड़ने की कोशिश के दौरान गिरने से एक युवक की मौत हो गई. सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल है.
रोपवे चलाने वाली दामोदर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के जनरल मैनेजर महेश महतो के अनुसार, रोपवे दुर्घटनाग्रस्त होने से 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इलाज के दौरान एक की मौत हो गई थी, वहीं 48 लोग रोपवे में फंसे थे. एक व्यक्ति की रेस्क्यू के दौरान गिरने से मौत हो गई.
38 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया. अभी भी 10 लोग वहां फंसे हुए हैं. महेश महतो के मुताबिक रात हो जाने की वजह से रेस्क्यू को रोक दिया गया था और वहां फंसे लोगों को ड्रोन के माध्यम से खाना-पानी पहुंचाया गया.
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने कहा कि इस निष्क्रिय सरकार के कारण देवघर में यात्री रोपवे में हवा में लटके हुए हैं. सरकार का कोई भी प्रतिनिधि घटनास्थल पर नहीं पहुंचा. न तो आपदा मंत्री और न ही पर्यटन मंत्री. जो इसी क्षेत्र से आते हैं एवं कल देवघर में ही थे. इससे यह दिखाता है कि घटना को लेकर हेमंत सरकार कितनी गंभीर है.
उन्होंने कहा कि शाम को घटना होने के बाद एनडीआरएफ को लगाया गया था, लेकिन कल ही समझ में आ गया था की सेना की मदद के बिना इसमें बचाव और राहत कार्य चलाना संभव नहीं है. सरकार ने लोगों के जान की परवाह नहीं की और सेना को तत्काल नही बुलाया. त्वरित निर्णय नहीं लेने की क्षमता का नतीजा हुआ कि रातभर यात्री हवा में लटके रहे. लोगों और मीडिया के दबाव में सरकार ने सेना को बुलाया. इसके बाद राहत और बचाव कार्य में तेजी आई. यह बहुत ही चिंता की बात है. देश के गृहमंत्री अमित शाह पूरी घटना पर नजर बनाए हुए हैं. हमें पूरी उम्मीद है कि सेना के जवान हमारे सभी यात्रियों को सकुशल बचा लेंगे.
रविवार को रामनवमी पर देवघर के त्रिकूट पहाड़ियों पर पूजा करने और घूमने के लिए सैकड़ों की संख्या में पर्यटक पहुंचे थे. रोपवे की एक ट्रॉली नीचे आ रही थी, जो ऊपर जा रही ट्रॉली से टकरा गई. इस हादसे में ट्रॉली में सवार लोग घायल हो गए. जब यह हादसा हुआ, उस वक्त करीब दो दर्जन ट्रॉली हवा में थी. आनन-फानन में कई लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया था.
हालांकि, हादसे में पहले 48 लोग हवा में लटके हुए थे. जैसे ही सेना का हेलिकॉप्टर इन लोगों को रेस्क्यू करने पहुंच रहा है तो हेलिकॉप्टर की पंखी की तेज हवा के कारण 18 ट्राली हिलने लग रही हैं और उनमें सवार लोगों की जान पर बन आ रही थी. इसके बाद रेस्क्यू रोक दिया गया था. बीच-बीच में रेस्क्यू चलाया गया. देर रात तक
रोपवे में फंसे लोगों को निकालने कोशिश जारी है. घंटों मशक्कत के बाद भी रेस्क्यू टीम को कोई सफ़लता नहीं मिली है. हेलिकॉप्टर से लगातार प्रयास किया जा रहा है. ऊपर फंसे लोगों को ड्रोन के माध्यम से खाना और पानी दिया जा रहा है. ट्रालियां में छोटे बच्चे, पुरूष और कुछ महिलाएं फंसी हैं. इसके साथ ही गाइड और फोटोग्राफर भी फंसे हैं.