ब्लैक फंगस (Black Fungus) को जानें, कारण, लक्षण और उपचार के तरीके
कोविड-19 के बाद ब्लैक फंगस (Black Fungus) ने सभी को हैरान परेशान कर दिया है। कोरोना संक्रमण के बाद म्यूकर माइकोसिस कोविड से ठीक हो रहे मरीजों को प्रभावित कर रहा है। जिसके बाद राज्य सरकार ने इसको महामारी घोषित कर दिया।
चिकित्सकों की टीम द्वारा रविवार तक 45 से अधिक ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस के ऑपरेशन किए जा चुके है।
राजस्थान सहित देशभर में कोरोना से रिकवर हो रहे मरीजों में ब्लैक फंगस / म्यूकरमाइकोसिस बढ़ रहा था। जिसके बाद इसे महामारी घोषित किया गया। सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ सुधीर भंडारी, ईएनटी विभाग की हेड डॉ सुनिता अग्रवाल, वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ मान प्रकाश शर्मा, डॉ सुनील समधानी व उनकी टीम ने इस पर चर्चा कर तुरंत राहत देने पर काम शुरू किया। इसमें ईएनटी विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.पवन सिंघल, डा.अंजनी कुमार शर्मा, डा.शुभम अग्रवाल, एनेस्थेटिस्ट डा.सुनीता मीणा, वरिष्ठ नर्सिंग ऑफिसर कैलाश स्वर्णकार सहित अन्य विशेषज्ञों की टीम ने इस पर फिजिकल काम शुरू किया।
ईएनटी विभाग के वरिष्ठ आचार्य डॉ.पवन सिंघल ने बताया कि शुक्रवार सुबह 8 बजे से शुरू होकर रविवार तक 45 से अधिक मरीजों के ऑपरेशन कर राहत दी गई है। अभी इस पर पूरी टीम के साथ मरीजों को राहत दिलाने का काम जारी है।
डॉ.सिंघल ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बाद ब्लैक फंगस (Black Fungus) का खतरा सामने आ रहा है। इसमें घबराने की जरुरत नही है। इससे सावधान और विशेषज्ञ चिकित्सकों की सलाह में इलाज लेना जरूरी है। इससे आंखों की रोशनी जाने का खतरा सामान्य है। इसके साथ ही यह ब्लैक फंगस आंखों से होता हुआ मरीज के दिमाग पहुंच रहा है। इसलिए मरीज में दूरबीन और अन्य तकनीक से आंखों और दिमाग तक फंगस लगे भाग को निकाला जाता है।