पेट्रोल और डीजल की महंगाई से आम आदमी परेशान है. सरकार से लगातार कीमतों में कटौती की गुहार लगाई जा रही है. इसी महीने मोदी सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में कटौती कर जनता को थोड़ी राहत दी है.
पेट्रोल और डीजल की महंगाई से आम आदमी परेशान है. सरकार से लगातार कीमतों में कटौती की गुहार लगाई जा रही है. इसी महीने मोदी सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में कटौती कर जनता को थोड़ी राहत दी है.
अभी भी सरकार की तरह से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जो राहत दी गई है, वो काफी नहीं है. कई राज्यों में पेट्रोल अभी 100 रुपये लीटर से ऊपर बिक रहा है. हालांकि लगभग सभी बीजेपी शासित राज्यों ने वैट (VAT) में कटौती कर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जनता को अतिरिक्त राहत दी है.
इस बीच शीतकालीन सत्र के पहले दिन महंगे पेट्रोल और डीजल की गूंज संसद में सुनाई दी. दरअसल All India Trinamool Congress (AITC) की सांसद माला रॉय (Mala Roy) ने लोकसभा में सरकार ने पूछा कि पेट्रोल और डीजल पर सरकार को एक्साइज ड्यूटी के तौर पर कितनी कमाई होती है.
जवाब में वित्त मंत्रालय की ओर से लोकसभा में कहा गया कि सरकार को पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क (Excise Duty) के रूप में 27.90 रुपये लीटर और डीजल पर प्रति लीटर 21.80 रुपये की आय होती है.