राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तीनों सेनाओं के प्रमुखों सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अंतिम दर्शन किए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुखर्जी का सोमवार की शाम सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में निधन हो गया। वह 84 वर्ष के थे। अस्पताल से पूर्व राष्ट्रपति के पार्थिव शरीर को आज उनके सरकारी निवास 10, राजाजी मार्ग लाया गया, जहां गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुखर्जी का अंतिम संस्कार आज दोपहर दो बजे लोधी रोड श्मशान घाट में होगा।
सबको साथ रखने की कला में प्रणब मुखर्जी को महारत थी : अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पूरे देश के लिए गहरे दुख और सदमे की बात है कि भारत रत्न प्रणब मुखर्जी हम सबके बीच में नहीं रहे। सबको साथ रखने की कला में प्रणब मुखर्जी को महारत थी। जब सत्ता में थे तो विपक्ष के लोगों के साथ तालमेल बिठाने में वो हमेशा काम करते रहे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बने तब राष्ट्रपति पद की गरिमा को भी बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। राष्ट्रपति भवन को आम आदमी के लिए खोलना ये उनका बहुत बड़ा फैसला था।
पूर्व राष्ट्रपति को राहुल गांधी ने दी श्रद्धांजलि
देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनके आवास 10, राजाजी मार्ग पर श्रद्धांजलि दी।
पूर्व राष्ट्रपति को राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति ने दी श्रद्धांजलि
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने श्रद्धांजलि दी।
कैबिनेट बैठक में दी जाएगी पूर्व राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को श्रद्धाजंलि देने के लिए आज सुबह 11 बजे कैबिनेट की बैठक होगी
संघ प्रमुख भागवत बोले- सबको अपना बना लेते थे प्रणब मुखर्जी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, 'प्रणब मुखर्जी ने एक शून्य छोड़कर चले गए हैं। वे उदार और दयालु थे, जो मुझे यह भुला देते थे कि मैं भारत के राष्ट्रपति से बात कर रहा हूं। राजनीतिक मतभेदों के बावजूद, सभी को अपना बनाना उनकी प्रकृति में था। उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।'