अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में बेअदबी के आरोप में मारे गए शख्स की उंगली से उसकी पहचान करने की कोशिश की जाएगी. पोस्टमॉर्टम के दौरान उसके हाथ की एक उंगली काटकर रखी गई है, जिसे जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा. प्रसिद्ध श्री हरिमंदिर साहिब यानी गोल्डन टैंपल में बीती 18 दिसंबर को पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब से बेअदबी की कोशिश करने वाले अज्ञात युवक को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था. मृतक की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि उसके सिर पर गहरी चोट लगी थी. वो चोट किसी लोहे की वस्तु अथवा कड़े की वजह से हो सकती है.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक मृतक के सिर में गहरी चोटों के निशान पाए गए हैं. इसके अलावा उसके शरीर का ऐसा कोई हिस्सा नहीं बचा था, जहां चोट ना लगी हो. रिपोर्ट से ये भी खुलासा हुआ कि मृतक के शरीर के कई हिस्सों की हड्डयिां भी टूटी हुई थीं. मृतक की छाती, पीठ, टांगों और बाजुओं पर चोटों निशान मिले हैं
दरअसल, बुधवार को सिविल अस्पताल में मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम किया गया. जिसमें ये सारी बातें सामने आई हैं. इस दौरान मृतक के हाथ की एक उंगली को काटकर सुरक्षित रखा गया है. वो कटी उंगली जांच के लिए फिल्लौर स्थित फोरेंसिक लैब में भेजी जाएगी. बताया जा रहा है कि उस कटी हुई उंगली के जरिए एक बार फिर मृतक की पहचान करने की कोशिश की जाएगी.
वहीं, डीएनए टेस्ट के लिए मृतक की छाती से एक हड्डी ली गई है. क्योंकि घटना के तीन दिन बाद भी मृतक की पहचान नहीं हो पाई है. इसलिए मृतक की उंगली को जांच के लिए फिल्लौर फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा. पोस्टमॉर्टम के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच मृतक के शव को शिवपुरी धाम ले जाया गया, जहां उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया.