भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कोरोना वायरस महामारी से पीड़ित अर्थव्यवस्था को वापस लाने के प्रयास में जीडीपी पर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना का देश की जीडीपी पर प्रभाव पड़ता है लेकिन उम्मीद है कि अर्थव्यवस्था जल्द ही गति पकड़ लेगी।
राज्यपाल शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए जो भी कदम उठाने होंगे, उसके लिए रिजर्व बैंक पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार अभी पूरी गति से नहीं पहुंचा है, यह धीरे-धीरे आगे बढ़ेगा। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि जीडीपी डेटा अर्थव्यवस्था पर कोविद -19 के प्रकोप को इंगित करता है। कोविद -19 के बाद अर्थव्यवस्था को गति मिलने की उम्मीद है।
आपको बता दें कि देश भर की रेटिंग एजेंसियां इस वित्त वर्ष यानी 2020-21 के लिए जीडीपी के अनुमान को कम कर रही हैं। हाल ही में कोरोना संकट के कारण, देश की जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद में 23.9 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह भारत के आधुनिक इतिहास में सबसे बड़ी गिरावट थी। मार्च में लगाए गए कठोर लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था में यह भारी गिरावट आई।
आरबीआई गवर्नर ने निजी क्षेत्र को आगे बढ़ने और अर्थव्यवस्था में सुधारों को गति देने में योगदान देने के लिए कहा। राज्यपाल ने निजी क्षेत्र को अनुसंधान, खाद्य प्रसंस्करण और पर्यटन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि पर्यटन क्षेत्र में बहुत बड़ी संभावना है और निजी क्षेत्र को इसका लाभ उठाना चाहिए।