वेनेजुएला की तानाशाही सरकार और आर्थिक बदहाली से त्रस्त लोग बेहतर जिंदगी की तलाश में दूसरे दक्षिण अमेरिकी देशों में भागने को मजबूर हैं. इक्वाडोर और कोलंबिया जैसे पड़ोसी देशों में वेनेजुएला से भागकर आए लोग जीवनयापन कर रहे हैं. लेकिन इससे एक दूसरी समस्या पैदा हो गई है. वेलेजुएला की प्रवासी लड़कियां सेक्स ट्रैफिकिंग का शिकार हो रही हैं. दो बच्चों की मां 36 वर्षीय पेट्रिसिया को भी देश से भागने के बाद सेक्स ट्रैफिकिंग की यातना झेलनी पड़ी है.
पेट्रिसिया मछली बेचकर अपना परिवार चलाती थीं. फिर वो बेहतर काम की तलाश में अपने बच्चों को छोड़कर पैसे कमाने के लिए कोलंबिया आईं. उन्होंने सोचा कि काम के पहले दिन कोलंबिया में उन्हें फर्श साफ करने का काम मिलेगा, लेकिन ये सब एक छलावा था. उन्हें एक वेश्यालय में सेक्स वर्कर बना दिया गया.
पेट्रिसिया हालांकि कोलंबिया के ब्रोदल (सेक्स वर्कर्स का ठिकाना) से भागने में सफल रहीं और उन्होंने इक्वाडोर की फ्लाइट पकड़ी. इसी दौरान पेट्रिसिया ने 'द वाल स्ट्रीट जर्नल' को बताया कि उन्हें दो महीने तक ब्रोदल में कैद में रखा गया. उसे जिस कमरे में रखा गया था, उसमें एक छोटी खिड़की थी और वहीं से उन्हें भोजन दिया जाता था. एक दिन उन्हें खाने के साथ-साथ नए अधोवस्त्र भी पहनने को दिए गए. पेट्रिसिया ने बताया कि उस रात कई पुरुष उसके कमरे में आए और सेक्स की मांग करने लगे.
जब पेट्रिसिया ने एक पुरुष से कहा कि वो कंडोम का उपयोग करे, तब उसने पेट्रिसिया के बाएं हाथ में चाकू मार दिया. पेट्रसिया ने अपना सरनेम न छापने की शर्त पर बताया, 'मैंने कभी सोचा नहीं था कि ऐसा मेरे साथ होगा.'
यौन तस्करी (Sex Trafficking) एक वैश्विक समस्या है, हालांकि, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि वेनेजुएला की तानाशाही सरकार और वहां की आर्थिक बदहाली के कारण भागे हुए लोग इससे अधिक पीड़ित हैं. एंडियन क्षेत्र के सरकारी अधिकारियों और अधिकार समूहों का कहना है कि तस्कर वेनेजुएला से लगभग 60 लाख लोगों के पलायन का फायदा उठाते हैं.
सीरिया के बाद पलायन करने वाले प्रवासियों की संख्या के मामले में वेनेजुएला दूसरे स्थान पर है. इन प्रवासियों में से कईयों को फर्जी नौकरी का झांसा देकर सेक्स वर्कर बना दिया जाता है.
संयुक्त राष्ट्र की संस्था, अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (International Organization for Migration)के क्विटो कार्यालय से महिलाओं की क्षेत्रीय तस्करी पर नजर रखने वाली कोरलिया सैन्ज ने कहा कि कोरोना महामारी ने स्थिति को बदतर बना दिया है. तस्कर अब महिलाओं की तस्करी गुप्त रास्तों से कर रहे हैं. इन रास्तों का उपयोग वेनेजुएला के लोग पिछले दो वर्षों में राष्ट्रीय सीमाओं के बंद होने के कारण देश से भागने के लिए करते हैं.
कोलंबिया में वेनेजुएला के सबसे अधिक प्रवासी (20 लाख प्रवासी) रहते हैं. कोलंबिया के गृह मंत्री डैनियल पलासिओस कहते हैं, 'यौन तस्करी और इसके द्वारा चलाई जाने वाली वेश्यावृत्ति का काम छिपकर किया जाता है. वेनेजुएला के प्रवासी लगभग कभी इसकी रिपोर्ट नहीं करते.
उन्हें या तो शर्मिंदगी महसूस होती है या फिर उन्हें इस बात का डर होता है कि अगर उन्होंने इसकी शिकायत की तो तस्कर गिरोह उन्हें नुकसान पहुंचाएंगे. क्योंकि उन अवैध प्रवासियों को दूसरे देश में कोई कानूनी हक नहीं मिलता.' मंत्री का कहना है कि वेनेजुएला की बिगड़ती अर्थव्यवस्था के कारण प्रवासियों की संख्या बढ़ रही है और उनके शोषण में भी इजाफा हुआ है.
वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था पिछले 7 सालों में 80 प्रतिशत सिकुड़ गई है. इस कारण देश में महंगाई, भुखमरी और बेरोजगारी चरम पर है और लोग देश छोड़ने पर मजबूर हैं. पेट्रिसिया भी इसी कारण कोलंबिया चली गईं थीं. पेट्रिसिया को एक महिला ने संपर्क किया था. उसने कहा था कि वो उसे एक रेस्तरां में काम दिलाएगी. महिला ने उसके लिए बस का टिकट खरीदा और उसके साथ दक्षिण-पश्चिम कोलंबिया के कैली चली गई. पेट्रीसिया के बच्चे बोगोटा में रिश्तेदारों के साथ ही रुक गए.
पेट्रीसिया को एक ऐसे बार में काम मिला जहां वेश्यावृति का काम भी चलता था. एक दिन दो बदमाश किस्म के लोगों ने पेट्रीसिया को पकड़ा और दरवाजा बंद कर दिया. पेट्रीसिया ने बताया, 'मैंने चिल्लाना शुरू कर दिया लेकिन उन्होंने कहा कि क्या तुम नहीं जानती कि तुम्हें यहां क्यों लाया गया?' पेट्रीसिया ने हमिंगबर्ड विंग्स के साथ अपनी आपबीती साझा की है. हमिंगबर्ड विंग्स यौन दासता के पीड़ितों की मदद करता है. इसी संस्था की मदद से पेट्रीसिया क्विटो में रह रहीं हैं.
कोलंबिया के शहर बैरेंक्विला में, एक ऑनलाइन पोर्नोग्राफ़ी व्यवसाय के मालिक ने पुजारी बनकर वेनेज़ुएला के लोगों को अपने घर जगह दी. उसने लड़कियों को यह कहकर अपने घर में रखा कि वो एक प्रवासी आश्रय चलाता है. बाद में जब पुलिस ने छापेमारी की तो उन्हें वेनेजुएला की 30 लड़किया मिलीं. उन्होंने बताया कि उन्हें वेबकैम के सामने यौन क्रिया करने के लिए मजबूर किया जाता था.
मार्च में, कोलंबियाई पुलिस ने वेनेजुएला की 7 महिलाओं को बचाया था. महिलाओं को वेनेजुएला की सीमा के पास एक फार्म टाउन में बार वेट्रेस के रूप में नौकरी देने का वादा किया गया था. मामले की जांच करने वाले कोलंबियाई पुलिस एजेंट एडविन मेन्डेज ने कहा कि सभी महिलाएं कुपोषित पहुंची थीं, लेकिन उन्हें पर्याप्त भोजन दिया गया और उनका मेकअप किया गया. फिर, प्रवासी महिलाओं को बताया गया कि उनमें से प्रत्येक पर कमरे, बोर्ड और परिवहन के लिए 1,000 डॉलर से अधिक का बकाया है और उन्हें अपने शरीर को बेचकर अपने कर्ज का भुगतान करना होगा.