ताऊ-ते' से गिर-सोमनाथ जिले में कच्चे घरों के साथ फसलों को भी भारी नुकसान
चक्रवाती 'ताऊ-ते' तूफान सौराष्ट्र से अब मध्य गुजरात की ओर रवाना हो गया है। अब तूफान के चले जाने के बाद तबाही की असली तस्वीरें भी धीरे-धीरे सामने आ रही हैं। तूफान ने गुजरात में सबसे ज्यादा गिर-सोमनाथ जिले को प्रभावित किया है। वन-विभाग की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार जिले में हजारों पेड़ों के साथ 721 बिजली के खंभे भी उखड़ गए हैं, जिससे जिले के 329 गांव अंधेरे में डूब गए हैं।
तूफान ने सबसे ज्यादा कोडिनार-ऊना के तटीय गांवों में कहर बरपाया है। कई घाट और बंदरगाह पूरी तरह बर्बाद हो चुके हैं। वहीं, ऊना शहर की ओर जाने वाले कई सड़कों पर विशालकाय पेड़ों के गिरने से दर्जनों गांवों से संपर्क टूट गया है। इसके अलावा कई इलाकों में हुई मूसलाधार बारिश से भी हाल बेहाल हैं।
फसलों को भी भारी नुकसान
सोमवार की रात गिर-सोमनाथ जिले की छह तहसीलों में 100 से 150 किमी की स्पीड से हवाएं चलीं, जिससे ऊना, गिरगढ़ा और कोडिनार पंथ के गांवों को भारी नुकसान पहुंचा। कई कच्चे मकानों के धराशायी होने के साथ-साथ आम और नारियल की फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। सूत्रापाडा में कई जगह आम के बगीचे नष्ट हो गए हैं।
सौराष्ट्र में 16,500 कच्चे घरों को नुकसान
तूफान के चलते सौराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। अब तक करीब 16500 कच्चे घरों को नुकसान पहुंचा है। सौराष्ट्र के कई जिलों में अब भी तूफान का भारी असर है। अमरेली-जाफराबाद और भावनगर में जोरदार बारिश जारी है। अमरेली में तेज हवाओं के चलते 200 से ज्यादा पेड़ धराशायी हो चुके हैं। पेड़ों के गिरने से कई जगह आवागमन थम गया है।