मार्च अभी खत्म भी नहीं हुआ है और मौसम में तपिश बढ़ने लगी है। दिल्ली में तो गर्म मौसम ने 1945 में पड़ी गर्मी की बराबरी कर ली है। मौसम विभाग के मुताबिक, यहां सोमवार को 40.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। यह सामान्य से 8 डिग्री ज्यादा है।
76 साल पहले मार्च में सबसे ज्यादा 40.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ था। इसी तरह का हाल राजस्थान और मध्य प्रदेश में है। यहां भी पारा 40 डिग्री के पार चला गया है। दोनों राज्यों के कुछ हिस्सों में एक-दो दिन में हीट वेव चलने की चेतावनी जारी की गई है।
दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में हीट वेव
मौसम का सबसे अहम डेटा देने वाले दिल्ली के सफदरजंग वेदर स्टेशन पर सोमवार को अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पालम स्टेशन पर यह 39.7 डिग्री सेल्सियस रहा। नरेला में यह 41.7 डिग्री सेल्सियस, आया नगर में 40.6, दिल्ली यूनिवर्सिटी में 39.8, लोधी रोड में 39.6 और रिज में 39.3 डिग्री सेल्सियस रहा।
अगर मैदानी इलाकों में किसी वेदर मॉनिटरिंग स्टेशन का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे ज्यादा हो जाता है तो इसे हीट वेव माना जाता है। अगर यह औसत तापमान से 6.4 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो, तो इसे सीवियर हीट वेव कहा जाता है।
राजस्थान में अभी से मई जैसा मौसम
राजस्थान में मार्च में ही मई जैसी गर्मी का अहसास हुआ। राज्य में सबसे ज्यादा गर्म जैसलमेर और चूरू रहे। यहां अधिकतम तापमान 42 डिग्री दर्ज किया गया। यह औसत से 5 डिग्री ज्यादा है। कई और शहरों में भी तापमान 40 डिग्री से ज्यादा रहा। सबसे गर्म रातें अजमेर और जयपुर की हैं। यहां रात का पारा 26.4 और 26.2 डिग्री दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिन में तेज गर्मी के साथ पश्चिमी राजस्थान में लू चलने की चेतावनी दी है।
MP के 5 जिलों में हीट वेव का यलो अलर्ट
अप्रैल आने से पहले ही गर्मी तेवर दिखाने लगी है। राजधानी भोपाल समेत पूरे मध्यप्रदेश में दिन का तापमान अचानक बढ़ गया है। 2 दिन में ही दिन और रात का टेम्परेचर सामान्य से ज्यादा हो गया। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में छतरपुर, सागर, दमोह, होशंगाबाद और दतिया में लू चलने का यलो अलर्ट जारी किया है।