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अमेरिका लॉन्च करने वाला था सीक्रेट स्पेसप्लेन, लेकिन इस वजह से टल गई लॉन्चिंग

अमेरिका लॉन्च करने वाला था सीक्रेट स्पेसप्लेन, लेकिन इस वजह से टल गई लॉन्चिंग

अमरेका अपने सीक्रेट स्पेसप्लेन X-37B की लॉन्चिंग करने वाला था. लेकिन वह टल गई. यह इस सीक्रेट प्लेन की सातवीं उड़ान थी. पिछली बार की उड़ान में यह 908 दिन अंतरिक्ष में बिताकर लौटा था. इस प्लेन से दुनिया के सारे देश खौफ में रहते हैं. क्योंकि ये क्या करता है, इसके बारे में किसी को कुछ नहीं पता.

अमेरिका रविवार यानी 10 दिसंबर 2023 को अपना सबसे सीक्रेट प्लेन अंतरिक्ष में लॉन्च करने वाला था. लेकिन लेकिन किसी तकनीकी वजह से यह टल गई है. अब यह लॉन्चिंग 12 दिसंबर 2023 को होगी. इस स्पेसप्लेन का नाम X-37B है. इस प्लेन के नाम से पूरी दुनिया खौफ में आ जाती है. 

लॉन्चिंग SpaceX के फॉल्कन हैवी रॉकेट (Falcon Heavy Rocket) से होनी थी. लेकिन रॉकेट में तकनीकी खराबी की वजह से लॉन्चिंग टाल दी गई है. लॉन्चिंग के लिए नासा के फ्लोरिडा स्थित केनेडी स्पेस सेंटर से होनी थी. यह लॉन्चिंग यूनाइटेड स्टेट्स स्पेस फोर्स (USSF) का 52वां मिशन था. यानी अमेरिका अंतरिक्ष में सैन्य ताकत बढ़ाना चाहता है. इसे अमेरिका सातवीं बार लॉन्च करने वाला था. 

पिछली बार यह प्लेन अंतरिक्ष में 908 दिन बिताकर कैनेडी स्पेस सेंटर पर 12 नवंबर 2022 को उतरा था. पहली बार किसी रोबोटिक प्लेन ने अंतरिक्ष में 908 दिन बिताए थे. यह एक रिकॉर्ड था. इससे पहले की उड़ान चार महीने कम थी. यानी कुल 780 दिनों की. दुनिया इस बात से डरी हुई है कि कहीं इस बार इसका मिशन और ज्यादा लंबा न हो. 

कहते हैं नासा के पास ऐसे दो प्लेन हैं

बोइंग (Boeing) के बनाए गए इस अंतरिक्ष विमान ने नए मिशन पर एक सर्विस मॉड्यूल चलाया था, जो अमेरिकी स्पेस फोर्स के X-37B प्रोग्राम के लिए पहला मॉड्यूल था. X-37B नासा के रिटायर हो चुके स्पेस शटल की तरह दिखता है, लेकिन यह बहुत छोटा है. यह केवल 29 फीट लंबा है, जबकी स्पेस शटल 122 फीट लंबा था और इसमें पायलट भी था. यही इन दोनों का सबसे बड़ा फर्क था, क्योंकि X-37B मानवरहित रोबोटिक यान है.

माना जाता है कि अमेरिकी स्पेस फोर्स के पास दो X-37B वाहन हैं, जो दोनों बोइंग ने बनाए हैं. अब तक इन दोनों ने 6 ऑर्बिट मिशन पूरे किए हैं. इन मिशन को OTV (Orbital Test Vehicle) भी कहा जाता है. 

अब तक के मिशन 

OTV-1: 22 अप्रैल 2010 को लॉन्च किया गया और 3 दिसंबर 2010 तक चला था (224 दिन). 

OTV-2: 5 मार्च 2011 से 16 जून 2012 तक चला (468 दिन). 

OTV-3: 11 दिसंबर 2012 से 17 अक्टूबर 2014 तक चला (674 दिन). 

OTV-4: 20 मई 2015 से 7 मई 2015 तक चला (718 दिन).

OTV-5: सितंबर 7, 2017 से अक्टूबर 27, 2019 तक चला (780 दिन). 

OTV-6: 17 मई, 2020 से 12 नवंबर, 2022 तक चला (908 दिन).

स्पेस फोर्स और बोइंग, X-37B को मुख्य रूप से एक टेस्टिंग प्लैटफॉर्म मानते हैं. इस वाहन की मदद से शोधकर्ता यह देख पाते हैं कि अंतरिक्ष में पेलोड कैसे काम करते हैं और फिर बाद में जमीन पर उनकी जांच की जाती है. स्पेस फोर्स ने इस वाहन की कक्षा के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. न ही इस मिशन के बारे में बताया है, इसलिए इसे स्पेस फोर्स का रहस्यमयी मिशन कहा जा रहा है.

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