मुठभेड़ के बाद दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा आतंकी मोहम्मद मुस्तकीम खान उर्फ अबू यूसुफ सोशल मीडिया पर एक्टिव होने के बाद आतंकी बन गया। एक धर्म विशेष का वीडियो देखने के बाद उसकी मानसिकता बदल गई और वह खतरनाक आतंकी संगठन आईएस (इस्लामिक स्टेट) के संपर्क में आकर जेहादी बन गया। आईएस के इंडिया हैंडलर के संपर्क में आकर वह दिल्ली दहलाने की साजिश रचने लगा।
अबू यूसुफ के आतंकी बनने का सिलसिला एक हादसे के साथ शुरू हुआ था। वह पहले पीओपी का काम करता था। वर्ष 2014-2015 में वह उत्तराखंड में पीओपी करते हुए कई मंजिला छत से नीचे गिर गया था। यही से उसके आlतंकी बनने का सिलसिला शुरू हो गया।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2014-2015 में जब वह कई मंजिला छत से नीचे गिर गया था तो उसके सिर और पीठ में चोटें लगी थीं। इसके कारण वह घर में आराम करने लगा। इस दौरान वह मोबाइल पर सोशल मीडिया से जुड़ने लगा। इसके बाद वह सोशल मीडिया पर एक धर्म विशेष की वीडियो देखने लगा।
अबू ने सबसे ज्यादा सीरिया व अफगानिस्तान में अमेरिका के हमले की वीडियो देखी थीं। उसने जाकिर नाइक की स्पीच वाले वीडियो भी काफी देखे थे। इसके बाद वह जेहादी बनता चला गया और ये एसआई के खुरासन विंग से जुड़ गया। इसके बाद उसने एक कौम विशेष के साथ हो रहे अन्याय का बदला लेने की ठानी। जल्द ही उसके संपर्क आईएस के खुरासान विंग के कमांडरों से हो गए थे। इसके बाद वह आईएस के इंडिया हैंडलर के निर्देश का पालन करने लगा।
अबू के दो और साथी के दिल्ली-एनसीआर में छिपे होने की आशंका
आतंकी अबू यूसुफ के करीब दो साथी दिल्ली व यूपी में छिपे हुए हैं। आतंकियों की तलाश में दिल्ली पुलिस की कई टीमें दिल्ली, एनसीआर व यूपी में दबिश दे रही हैं। दिल्ली पुलिस अबू यूसुफ के लोन वुल्फ हमला करने की बात कह रही है। वहीं, दिल्ली पुलिस के एक बड़े अधिकारी ने दावा किया है कि इसके साथ एक से दो आतंकी और थे।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि आतंकी अबू यूसुफ अन्य लोगों को जेहादी बनाने और उन्हें आईएस में भर्ती करने का काम भी कर रहा था। स्पेशल सेल इस बात की जांच कर रही है कि अबू ने बीते छह वर्ष में कितने लोगों के संपर्क में था और इनमें से कितने लोगों को जेहादी बनाया था।