केवड़िया जंगल सफारी में देशी और विदेशी जानवर-पक्षियों की मौत का मामला सामने आया है. बता दें कि यहां 163 में से 53 की मौत हो गई. इनकी मौत की वजह कई बीमारियां बताई जा रही हैं.
गुजरात के केवड़िया जंगल सफारी में पक्षियों और जानवरों की मौत का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक सफारी में 163 जानवर और पक्षियों में से 53 की मौत हो गई है. केवड़िया जंगल सफारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है.
विधानसभा के मौजूदा सत्र में कांग्रेस विधायक शैलेश परमार द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में ये जानकारी दी गई. गुजरात सरकार की ओर से दिए गए जवाब में कहा गया है कि 163 जानवरों और पक्षियों में से 53 की मृत्यु हो गई, जो विदेशों और भारत के विभिन्न राज्यों से लाए गए थे. बता दें कि इनमें 22 पक्षी और जानवर विदेशी थे.
वर्ष 2019, 2020, 2021 में सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार विदेशों और भारत के विभिन्न राज्यों से जानवरों और पक्षियों को लाने पर लगभग 5.47 करोड़ रुपये खर्च किए गए.
- ये जानवर और पक्षी लाए गए थे
विदेशों और विभिन्न राज्यों से लाए गए जानवरों में गिलहरी, बंदर, मर्मोसेट, हरी इगुआना, रिंगटेल, लाल इगुआना, कैपुचिन बंदर, घड़ियाल, काला तेंदुआ, कैरोलिना बतख, अल्पाका, लामा, दीवारबी, जिराफ, ज़ेबरा, जंगली जानवर, ओरेक्स शामिल हैं.
- ये है मौत की वजह
सरकार द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार जानवरों की मौत के कारण हाइपोवोलेमिक शॉक, सांस लेने में दिक्कत, बहु-अंग विफलता, निमोनिया, हार्ट फेल आदि हैं.