माउंट एवरेस्ट (Mt. Everest) पृथ्वी पर मौजूद सबसे ऊंचा पहाड़ है. ट्विटर पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दुनिया के सबसे ऊंचे पहाड़ के टॉप से 360 व्यू दिखाया जा रहा है. इसमें एवरेस्ट की सबसे ऊंची चोटी पर कुछ पर्वतारोही दिख रहे हैं. जो खुद इस वीडियो को बना रहे हैं. इस वीडियो को 19 हजार से ज्यादा लाइक्स मिले हैं.
238 कमेंट्स आए हैं. साथ
ही 3017 बार इस वीडियो को
रीट्वीट किया गया है. माउंट एवरेस्ट को दुनिया की
छत कहा जाता है. एवरेस्ट हर समय किसी
न किसी खबर लेकर चर्चा में रहता है. लेकिन क्या
आपको पता इसके बारे कुछ खास इंट्रेस्टिंग फैक्ट्स.
माउंट एवरेस्ट पर अबतक 4000 से अधिक लोग 9000 से ज्यादा बार फतह कर चुके हैं. भयानक सर्दी और कम ऑक्सीजन की वजह से माउंट एवरेस्ट दुनिया के सबसे खतरनाक पहाड़ों में से एक है. इसे चोमोलंगमा या कोमोलांगमा या सागरमाथा भी बुलाया जाता है.
यह नेपाल और चीन की सीमा पर स्थित है. तिब्बती भाषा में चोमोलांगमा या कोमोलांगमा कहा जाता है जिसका मतलब होता है पृथ्वी की मां. में इसे सागरमाथा कहते है, यानी आसमान का भगवान. पश्चिमी देशों में जॉर्ज एवरेस्ट के नाम पर इसका नाम एवरेस्ट रखा गया. क्योंकि उन्होंने 19वीं सदी में हिमालय का सर्वे किया था.
धरती के केंद्र से माउंट एवरेस्ट सबसे दूर नहीं है. पृथ्वी के केंद्र से सबसे दूर अगर कोई सबसे ऊंचा पहाड़ है, तो वो है दक्षिण अमरेकिा के इक्वाडोर का चिमबोराजो (Mount Chimborazo) है. इसकी उंचाई 6310 मीटर है.
Mount Everest हर सदी में 40 सेंटीमीटर ऊपर चला जाता है. हिमालय का निर्माण यूरेशियन प्लेट पर इंडियन प्लेट से लगने वाले धक्के की वजह से बना था. हर साल 4 मिलिमीटर और सदी में कुल मिलाकर 40 सेंटीमीटर ऊपर उठता है. यानी 100 साल में 16 इंच.
माउंट एवरेस्ट पर पहली बार समुद्री जीवाश्म की खोज 1924 में नोएल ओडेल ने की थी. जिससे पता चला कि यह विशालकाय पहाड़ करीब 6 करोड़ साल पुराना है. इसके टॉप पर मिले लाइमस्टोन और सैंडस्टोन करीब 45 करोड़ साल पहले समुद्र के अंदर थे.