बया पक्षी को दुनिया भर में अपने सुंदर घोंसलों के लिए जाना जाता है. जुगनुओं की रोशनी से अपने घोंसले सजाने वाले ये पक्षी घर बनाने के लिए सबसे ज्यादा मेहनत करते हैं, लेकिन इसके पीछे भी एक खास वजह होती है.
धरती पर रहने वाले तमाम जीव-जंतुओं में से इंसान ही इतना विवेकशील और प्रगतिवादी है कि वो खुद को अपग्रेड करता जा रहा है. यही वजह है कि कभी पत्थरों की गुफाओं और जंगलों में भटकते रहने वाले इंसान ने अब अपने लिए सुंदर-सुंदर घर बनाने सीख लिए हैं. इंसान अपने आशियाने को सजाने के लिए खूब जतन करता है, लेकिन जानवर इतनी मेहनत नहीं करते. हां, एक पक्षी है, जो अपनी सारी कला सुंदर घोंसले (Beautiful Nests Of Baya) बनाने में झोंक देता है, आज हम आपको उसी के बारे में बताएंगे.
आपने बया पक्षी का नाम तो सुना होगा और हो सकता है आपको उसके झूलते हुए घोंसलों को भी देखने का सौभाग्य कभी हासिल हुआ हो. बया पक्षी को दुनिया भर में अपने सुंदर घोंसलों के लिए जाना जाता है. जुगनुओं की रोशनी से अपने घोंसले सजाने वाले ये पक्षी घर बनाने के लिए सबसे ज्यादा मेहनत करते हैं, लेकिन इसके पीछे भी एक खास वजह होती है. यूं ही ये पक्षी घर बनाने में अपना जान नहीं झोंकता, इसकी वजह बेहद दिलचस्प है.
- सबसे सुंदर होते हैं बया के घोंसले |
आमतौर पर आपने चिड़ियों को दो डालियों के बीच अपने घोंसले बनाते हैं लेकिन बया एक ही डाली पर झूलता हुआ घोंसला बनाते हैं. उनके घोंसले इतने खूबसूरत होते हैं कि रात में भी अलग से चमकते हैं. दरअसल ये डाली पर झूलते अपने घोंसलों पर गीली मिट्टी लगाकर इसमें जुगनुओं को लाकर चिपका देते हैं, जो रात में चमकते हैं. बया के घोंसले दो-तीन मंज़िल के हो सकते हैं और इन्हें बेहद बारीकी से बुना जाता है. दिलचस्प बात ये भी है कि परिवार के लोगों की संख्या के मुताबिक घोंसले में मंज़िलें बढ़ाई जाती हैं. अच्छी तरह से बुने घोंसले मजबूत तो होते ही हैं, ये बेहद सुंदर भी लगते हैं.
- घोंसले बनाने पर मेहनत क्यों ?
हां, ये सवाल अहम है कि बया घोंसले पर मेहनत क्यों करते हैं. दरअसल बया ऐसे नस्ल की चिड़िया है, जिसमें नर ही कर्म करते हैं. ऐसे में वो घोंसले बनाते वक्त जब इसे आधा कर लेते हैं, तो मादा को खास किस्म की आवाज़ से अपनी ओर आकर्षित करते हैं. मादा बया अलग-अलग घोंसलों को जाकर देखती है और जो घोंसला उसे सबसे ज्यादा पसंद आता है, उसे चुनती हैं. घोंसले की लोकेशन, सुरक्षा और आराम देखकर ही मादा बया अपना पार्टनर चुनती हैं. लटकते हुए घोंसलों में जल्दी दूसरे पक्षी नहीं आ सकते और इनके झूलते रहने में उन्हें मज़ा भी आता है.