पीएम मोदी ने सूरत डायमंड बोर्स के उद्घाटन पर कहा कि ये बिल्डिंग, नए भारत के नए सामर्थ्य और नए संकल्प की प्रतीक है. पीएम ने कहा कि आज सूरत शहर की भव्यता में एक और डायमंड जुड़ गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूरत डायमंड बोर्स के उद्घाटन पर कहा कि यह मोदी की गारंटी का ही उदाहरण है. आज सूरत शहर की भव्यता में एक और डायमंड जुड़ गया है और डायमंड भी छोटा-मोटा नहीं है बल्कि ये तो दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है.
उन्होंने कहा, "अब दुनिया में कोई भी कहेगा डायमंड बोर्स तो सूरत का नाम साथ आएगा. भारत का नाम साथ आएगा. सूरत डायमंड बोर्स, भारतीय डिजाइन, भारतीय डिजाइनर्स, भारतीय मेटेरियल और भारतीय कॉन्सेप्ट के सामर्थ्य को दिखाता है. ये बिल्डिंग, नए भारत के नए सामर्थ्य और नए संकल्प की प्रतीक है."
पीएम मोदी ने कहा, आज सूरत डायमंड बोर्स के रूप में इंटरनेशनल ट्रेड का एक बड़ा सेंटर यहां बनकर तैयार है. रॉ डायमंड हो, पॉलिश्ड डायमंड हो, लैब ग्रोन डायमंड हो या फिर बनी-बनाई जूलरी, आज हर प्रकार का व्यापार एक ही छत के नीचे संभव हो गया है. कामगार हो, कारीगर हो, व्यापारी हो, सबके लिए सूरत डायमंड बोर्स वन स्टॉप सेंटर है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर माहौल भारत के पक्ष में है. आज पूरी दुनिया में भारत की साख बुलंदी पर है. दुनियाभर में भारत की चर्चा हो रही है. मेक इन इंडिया अब एक सशक्त ब्रांड बन चुका है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आज ही सूरत एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का लोकार्पण हुआ है और दूसरा बड़ा काम ये हुआ है कि अब सूरत एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट का दर्जा मिल गया है.
पीएम ने कहा, "हम सब जानते हैं कि सूरत शहर की यात्रा कितने उतार-चढ़ाव से भरी है. अंग्रेज भी यहां का वैभव देखकर एक जमाने में दुनिया में सबसे बड़े समुद्री जहाज यहीं बना करते थे. सूरत के इतिहास में अनेक बार बड़े-बड़े संकट आए, लेकिन सूरतियों ने मिलकर हर एक से मुकाबला किया. 84 देशों के सिक्के यहां फहरते थे. अब 125 देशों के झंडे यहां फहरने वाले हैं.
मोदी ने कहा, कभी सूरत गंभीर बीमारी में फंस गया, कभी तापी में बाढ़ आई...मैंने वो दौर निकट से देखा है, जब भांति-भांति की निराशा फैलाई गई. सूरत की स्पिरिट को चुनौती दी गई. मुझे पूरा भरोसा था कि सूरत इनसे तो उभरेगा ही नए सामर्थ्य के साथ दुनिया में अपना स्थान भी बनाएगा.
उन्होंने कहा, आज ये शहर दुनिया के सबसे तेजी से आगे बढ़ते टॉप-10 शहरों में है. सूरत का स्ट्रीट फूड, स्वच्छता, स्किल डेवलेपमेंट का काम सबकुछ शानदार होता रहा है. कभी सूरत की पहचान सनसिटी की थी, यहां के लोगों ने अपने परिश्रम से मेहनत करके इसको डायमंड सिटी बनाया. सिल्क सिटी बनाया. आप सभी ने और मेहनत की और सूरत ड्रीम सिटी बना. अब सूरत आईटी के क्षेत्र में भी आगे बढ़ रहा है. ऐसे आधुनिक होते सूरत को डायमंड बोर्स के तौर पर इतनी बड़ी बिल्डिंग मिलना अपने आप में ऐतिहासिक है. आज कल आप सभी मोदी की गारंटी की बात सुनते होंगे, सूरत के लोग मोदी की गारंटी को बहुत पहले से जानते हैं. यहां के परिश्रमी लोगों ने मोदी की गारंटी को सच्चाई में बदलते देखा है. इसी गारंटी का उदाहरण सूरत डायमंड बोर्स भी है.