मंदसौर पुलिस रेप के एक आरोपी को पकड़कर न्यायालय में पेशी से पहले मेडिकल टेस्ट के लिए जिला अस्पताल ले गई थी. अस्पताल के शौचालय से आरोपी फरार हो गया. एसपी ने लापरवाही बरतने के आरोप में दो पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है.
मध्य प्रदेश के मंदसौर में रेप का आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया. पुलिसकर्मी रेप के आरोपी को पकड़ने के बाद मेडिकल टेस्ट के लिए अस्पताल ले गए थे जहां से वह पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया. बताया जाता है कि रेप का आरोपी दुबला-पतला था और अस्पताल के शौचालय की खिड़की टूटी थी जिसका लाभ उठाकर वह भाग निकलने में सफल रहा.
जानकारी के मुताबिक, मंदसौर के यशोधर्मन थाने की पुलिस ने एक नाबालिग को बहला-फुसलाकर ले जाने और उसके साथ रेप के मामले मामले में अलीराजपुर जिले के जोबट के पास के रहने वाले आरोपी दिलीप को पकड़ा था. यशोधर्मन थाने की पुलिस ने 22 साल के दिलीप के खिलाफ धारा 363 और 376 के तहत 16 अप्रैल को केस दर्ज किया था.
बताया जाता है कि पुलिस ने 17 अप्रैल को आरोपी को पकड़ लिया था. आरोपी को न्यायालय में पेश किए जाने से पहले मेडिकल टेस्ट कराने के लिए आरक्षक लक्ष्मण भाटी और मनीष मोंगिया जिला अस्पताल ले गए थे. इसी दौरान आरोपी दिलीप शौचालय गया. दिलीप जब काफी देर तक बाहर नहीं आया तो आरक्षकों ने दरवाजा खोला और पाया कि वह फरार हो चुका है.
शौचालय की छोटी सी खिड़की से आरोपी दिलीप फरार हो चुका था. माना जा रहा है कि आरोपी कद-काठी में काफी दुबला-पतला था और इसीका फायदा उठाते हुए वह छोटी सी खिड़की से निकल भागा. आरोपी दिलीप के अस्पताल से फरार होने के बाद पुलिस महकमे में अफरा-तफरी मच गई. शहर की सीमा पर पुलिस चेकिंग शुरू हुई लेकिन देर रात तक फरार आरोपी का कोई पता नहीं लग सका.
रेप के आरोपी की फरारी को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक अनुराग दुजानिया ने आरक्षक लक्ष्मण भाटी और मनीष मुंगिया को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है. इस मामले में एसपी ने कहा है कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगा दी गई है. उन्होंने उसे जल्द गिरफ्तार कर लिए जाने की उम्मीद जताई.