अरब सागर में उठे चक्रवात बिपरजॉय ने गुजरात की ओर रुख कर लिया है। पहले इसकी दिशा पाकिस्तान की ओर थी, लेकिन अब इसकी दिशा उत्तर गुजरात की ओर हो गई है। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, तूफान बुधवार या गुरुवार को गुजरात के तट से टकरा सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र के एक बुलेटिन में कहा गया है कि भयंकर चक्रवात के कारण बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है। इसके अलावा तटीय जिलों में भयंकर बारिश और बाढ़ के हालात भी पैदा हो सकते हैं। तूफान से कच्चे- पक्के घर, खड़ी फसलें, सड़कें, वृक्षों को भारी नुकसान हो सकता है। इसके अलावा रेलवे सेवा और बिजली सप्लाई के बाधित होने की पूरी संभावना है।
16 जून तक द्वारका न आएं श्रद्धालु
तूफान के खतरे को देखते हुए गुजरात के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने गुजरात समेत देश भर के श्रद्धालुओं से अपील की है कि 16 जून तक द्वारका की यात्रा न करें।
कच्छ में धारा 144 लागू, 3 दिनों के लिए स्कूल-कॉलेज बंद
तूफान के असर को देखते हुए गुजरात के कच्छ, राजकोट, भावनगर, पोरबंदर, गिर-सोमनाथ, द्वारका, जखौ, जाफराबाद में अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं, कच्छ जिले में धारा 144 लगा दी गई है। आज से तीन दिनों के लिए सभी स्कूल-कॉलेजों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं।
पोरबंदर के करीब 3 हजार लोगों का स्थानांतरण शुरू
तूफान का सबसे ज्यादा असर पोरबंदर में दिखाई दे रहा है। तटीय इलाको में 15-20 फीट ऊंची समुद्री लहरें उठ रही हैं। एनडीआरएफ की 25 मेंबर्स की टीम तटों पर तैनात कर दी गई है। 30 मेंबर्स की एक और टीम दोपहर तक यहां पहुंच जाएगी। तूफान के खतरे को देखते हुए तटीय इलाकों के तकरीबन 3 हजार लोगों को स्थानांतरित किया जा रहा है। इनके लिए 250 कैंप बनाए गए हैं।