देश में कोरोना की दूसरी लहर से मचा हाहाकार अब धीरे-धीरे थमने लगा है। कोरोना की रफ्तार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक मार्च को देश में 12,270 केस सामने आए थे। 67 दिन बाद यानी 6 मई को यह आंकड़ा 34 गुना बढ़कर 4.14 लाख के पार पहुंच गया। यह वही वक्त था, जब देश में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर्स के लिए हाहाकार मचा हुआ था। लोग रेमडेसिविर जैसी दवाओं के लिए दर-दर भटक रहे थे।
इसके बाद कोरोना के घटते मामलों ने लोगों और सरकार को राहत की सांस लेने का मौका दिया। खास बात यह रही कि जिस रफ्तार से केस बढ़े थे, उसी रफ्तार से यह कम भी हो रहे हैं। 6 मई के बाद यानी बीते 24 दिन की बात करें तो रोज मिलने वाले केस 63% तक घटकर 1.53 लाख तक आ गए हैं।
कोरोना के घटते मामलों के ट्रेंड पर नजर डालें, तो पिछले कई दिनों से रोजाना केसों के आंकड़ों में 10 हजार के आसपास की कमी देखी जा रही है। अगर आने वाले 10 दिनों तक भी यही ट्रेंड रहा तो 10 जून के बाद देश में रोजाना 50 हजार से भी कम केस आएंगे। इसके बाद आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और कम होता जाएगा।