उत्तर प्रदेश के बिजनौर में भागूवाला की कोटावाली नदी का जलस्तर काफी ज्यादा बढ़ गया है. यह नदी अपने पूरे उफान पर है. इस बीच नजीबाबाद से हरिद्वार जा रही रूपहडिया डिपो की बस इस नदी के तेज बहाव में फंस गई. बस में दो दर्जन से ज्यादा यात्री मौजूद थे. फिलहाल यात्रियों को रेस्कयू करने के लिए जेसीबी का सहारा लिया जा रहा है.
मॉनसून के चलते देश के अधिकांश राज्यों में मूसलाधार बारिश जारी है. कई राज्यों में बारिश ने बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में बारिश के चलते जानमाल का भारी नुकसान हुआ है. पिछले कुछ दिनों के दौरान उत्तर प्रदेश के भी कई इलाकों में बारिश दर्ज की कई है. बिजनौर में कई गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. गंगा का जल स्तर बढ़ने से लोगों के घर डूब गए हैं. कई रास्तों में यातायात भी प्रभावित है. इस बीच नजीबाबाद से हरिद्वार जा रही रूपहडिया डिपो की बस के कोटावाली नदी में फंसने का विजुअल सामने आया है.
नदी के तेज बहाव के बीच फंस गई बस
बिजनौर में भागूवाला की कोटावाली नदी का जलस्तर काफी ज्यादा बढ़ गया है. यह नदी अपने पूरे उफान पर है. इस बीच नजीबाबाद से हरिद्वार जा रही रूपहडिया डिपो की बस नदी के तेज बहाव में फंस गई. बस में 40 यात्री मौजूद थे. नदी में बस फंसने के बाद यात्रियों चीख-पुकार मच गई. पानी के तेज बहाव चलते प्रशासन को बचाव कार्य में काफी दिक्कत आई.
नदी में फंसी बस का वीडियो काफी डरावना है. तेज बहाव के चलते यात्रियों में चीख-पुकार मच गई है. यात्रियों को बचाने के लिए प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. जेसीबी मशीन के सहारे सभी यात्रियों को उफनती धारा में फंसी बस से सुरक्षित निकाल लिया गया है.
गंगा के साथ अन्य सहायक नदियां भी उफान पर
बिजनौर में पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते ऊपर से आने वाले पानी के कारण गंगा और सहायक नदियां सभी उफान पर हैं जिसके चलते गंगा और नदी किनारे बसे गांव में अभी भी बाढ़ का पानी भरा है जिस कारण लोगों को आवागमन सहित कई अन्य परेशानियां हो रही है जबकि उनके खेत खलियान सभी पानी में डूब गए हैं. कई गांवों में जलभराव से लोगों के सामने भारी समस्या उत्पन्न हो रही है. आवागमन के लिए किसी तरह नांव का सहारा लिया जा रहा है. पशुधन का काफी नुकसान हुआ है. अपने मवेशियों को खिलाने के लिए चारे की कमी हो गई है.
प्रदेश के 13 जिलों में बाढ़ का कहर
उत्तर प्रदेश में 13 जिले बाढ़ का कहर झेल रहे हैं. आंकड़ों के मुताबिक आगरा, अलीगढ, बिजनौर, बदांयू, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, गाजियाबाद, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शाहजहांपुर और शामली के 385 गांवों के 46,830 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. इन जिलों में बाढ़ की स्थिति और भी भयावह हो सकती है. मौसम विभाग ने प्रदेश के अधिकतर जिलों में अगले कुछ दिनों तक बारिश की चेतावनी जारी की है.