बिपरजॉय का असर अभी कम नहीं हुआ है. चक्रवात के चलते पूरे गुजरात में 16-17 जून को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. 16 जून को सौराष्ट्र, कच्छ, नॉर्थ गुजरात और दक्षिण राजस्थान में भारी से बेहद भारी बारिश की संभावना है. जबकि 17 जून को दक्षिणपूर्व राजस्थान और उससे लगे हुए उत्तरी गुजरात में भारी से बेहद भारी बारिश की संभावना है.
तेज चलेंगी हवाएं
मौसम विभाग के मुताबिक, गुजरात के कई इलाकों में 16 जून को 90-100 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. हालांकि, शाम तक इनकी रफ्तार कम होने की संभावना है कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी में तेज हवाओं को लेकर अलर्ट जारी किया गया है.
- समुद्र में भी ऊंची लहरें उठने की संभावना है.
- 16 जून को भी बारिश और तूफान के चलते नुकसान की संभावना जताई गई है.
9 राज्यों में अलर्ट
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के खतरे को लेकर केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक सब अलर्ट पर हैं. गुजरात में एनडीआरएफ की 17 टीमें और एसडीआरएफ की 12 टीमें तैनात हैं. वहीं, नौसेना के 4 जहाज अभी स्टैंडबाय में रखे गए हैं. तट के पास रहने वाले 74,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात और महाराष्ट्र समेत 9 राज्यों पर महातूफान का असर है. ये 9 राज्य लक्षद्वीप, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और राजस्थान (पश्चिमी) हैं.
लैंडफॉल के बाद भी जारी रहेगी मुसीबत
जानकारों का कहना है कि शुक्रवार को बारिश होने के चलते बिजली सप्लाई को बहाल करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. यानी लोगों को और अधिक समय तक बिना बिजली के रहना होगा. वहीं जिन लोगों के घर तबाह हुए हैं, उन्हें भी अपने-अपने ठिकानों पर जाने के लिए और इंतजार करना होगा. तब तक वे सरकार द्वारा तैयार किए गए शेल्टर में ही ठहरेंगे. साथ ही जो नुकसान तूफान से हुआ है, उसका अनुमान लगाने में भी समय लग सकता है. मौसम विभाग के अलर्ट से स्पष्ट है कि कि भले ही बिपरजॉय गुजरात से होकर गुजर जाएगा, लेकिन इसका आफ्टर इफेक्ट भी राज्य को खासा प्रभावित करेगा.